Delhi News: ट्रूकॉलर ऐप (Truecaller App) ने महिला हेल्पलाइन नंबर (Women Helpline No.) '181' को अपने क्विक डायल फीचर में शामिल किया है, जिसके बाद से दिल्ली महिला आयोग (Delhi Commission for Women) के हेल्पलाइन नंबर '181' पर अब दोगुने फोन कॉल आ रहे हैं. इस साल मार्च के महीने से ट्रूकॉलर ने अपने डायलर पर महिला सुरक्षा हेल्पलाइन नंबर '181' को प्रदर्शित करना शुरू कर दिया है, जो कंपनी की ओर महिलाओं और लड़कियों के साथ होने वाले अपराधों के खिलाफ शुरू की गई मुहिम #ItsNotOk का एक हिस्सा है.

 

ट्रूकॉलर के डायलर पर महिला हेल्पलाइन नंबर '181' के प्रदर्शित होने के बाद दिल्ली महिला आयोग ने फोन आने की संख्या में बड़े पैमाने पर वृद्धि दर्ज की है. इस नंबर को ट्रूकॉलर के साथ जोड़ने से पहले, आयोग की हेल्पलाइन नंबर '181' पर हर दिन लगभग 2,000 फोन कॉल आते थे, लेकिन अब यह संख्या बढ़कर 4,000 से अधिक कॉल प्रति दिन हो गई है. मार्च के महीने में प्राप्त 65,500 फोन कॉल में से ज्यादातर कॉल में महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा में महिला हेल्पलाइन नंबर '181' की भूमिका के बारे में पूछताछ की गई.

 

हर मामले पर कार्रवाई करता है आयोग

 

आयोग ने बताया कि दिल्ली की महिलाएं और लड़कियां घरेलू हिंसा, यौन उत्पीड़न के साथ-साथ दूसरे अपराधों से संबंधित मामलों में महिला हेल्पलाइन नंबर '181' पर मदद मांगती हैं. आयोग फोन कॉल के जरिए प्राप्त होने वाले प्रत्येक मामले पर कार्रवाई करता है और इस प्रक्रिया के माध्यम से सैकड़ों महिलाओं और लड़कियों की मदद करता है. उदाहरण के लिए, अप्रैल 2022 में महिला हेल्पलाइन नंबर '181' पर एक महिला के भाई का फोन आया, जिसने यह जानकारी दी कि उसकी 31 साल की बहन को छत्तीसगढ़ में उसके ससुराल में बंदी बनाकर रखा गया था और उसका पति पिटाई कर रहा था.

 

'10 करोड़ से ज्यादा महिलाएं लेती हैं ट्रूकॉलर की मदद'

 

इसके बाद हेल्पलाइन नंबर '181' की टीम ने तुरंत छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से बात की और महिला को बचाए जाने तक इस मामले में सक्रिय रूप से कार्रवाई जारी रखी. वह महिला अब दिल्ली में अपने मायके लौट आई है. ट्रूकॉलर इंडिया की पब्लिक अफेयर्स डायरेक्टर प्रज्ञा मिश्रा ने कहा, "आज, भारत में 10 करोड़ से ज्यादा महिलाएं फोन कॉल या SMS के जरिए उत्पीड़न के खिलाफ अपनी हिफाज़त के लिए सबसे पहले ट्रूकॉलर की मदद लेती हैं. ट्रूकॉलर डायलर पर आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर उपलब्ध कराना और आपात स्थिति में सिर्फ एक क्लिक पर महिला हेल्पलाइन नंबर '181' तक पहुंच की सुविधा प्रदान करना, सही मायने में हमारे उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित रखने की दिशा में एक और कदम है.

 

45 दिनों में 42.1 मिलियन कॉल हुए प्राप्त

 

उन्होंने कहा कि भारत में हमारे 220 मिलियन उपयोगकर्ताओं में से लगभग 2.45 मिलियन लोगों ने हेल्पलाइन नंबर '181' पर कॉल किया और बीते 45 दिनों में 42.1 मिलियन कॉल प्राप्त हुए. हमारी यही कोशिश है कि महिलाओं के बीच उन कार्रवाई के बारे में जागरूकता पैदा करके उन्हें सशक्त बनाया जाए, जिसका उपयोग वे उत्पीड़न का सामना करने और उसे दूर करने के लिए कर सकती हैं. दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने इस प्रयास का समर्थन करते हुए कहा, "मैं ट्रूकॉलर के सक्रियतापूर्वक उठाए गए इस शानदार कदम की सराहना करती हू.

 

दिल्ली सरकार की मदद से हो रहा है ये काम

 

स्वाति मालीवाल ने कहा कि बीते 6 सालों में दिल्ली महिला आयोग ने अपनी '181' महिला हेल्पलाइन नंबर के जरिए लाखों महिलाओं और लड़कियों की मदद की है, ट्रूकॉलर की इस पहल की वजह से आयोग की हेल्पलाइन नंबर पर आने वाले फोन कॉल की संख्या दोगुनी हो गई है और इस तरह आयोग की पहुंच का दायरा भी काफी बढ़ गया है. आयोग ने फोन कॉल में वृद्धि को संभालने के लिए मजबूत प्रणाली स्थापित की है और दिल्ली सरकार की मदद से इसे मजबूत बनाया जा रहा है. हम पूरी निष्ठा और ईमानदारी से संकट का सामना कर रही हर महिला और लड़की तक पहुंचने का प्रयास करते हैं.

 

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