Delhi News: दिल्ली में पाइपलाइन लीकेज की समस्या को हल करने के लिए आम आदमी पार्टी ने ऐतिहासिक कदम उठाया है. अब पाइपलाइन की मरम्मत के लिए महीनों का इंतजार और सड़कों की खुदाई बीते जमाने की बात होगी. आईओटी तकनीक आधारित पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत राजेंद्र नगर विधानसभा से की गई है. पाइपलाइन लीकेज की समस्या सड़कों की खुदाई के बाद दूर की जाती थी. 


आईओटी तकनीक के इस्तेमाल से सड़कों को खोदने की जरूरत नहीं रहेगी. पायलट प्रोजेक्ट के तहत पाइपलाइन लीकेज की समस्या का तुरंत समाधान किया जाएगा. सेंसर आधारित आईओटी तकनीक पानी की पाइपलाइन में लीकेज की जगह का पता लगाएगी और केवल एक छोटे से गड्ढे के जरिए पाइपलाइन को तुरंत ठीक किया जा सकेगा.  


आईओटी तकनीक की मुख्य विशेषताएं


जल संरक्षण
पाइपलाइन में लीकेज से पानी की बर्बादी को तुरंत रोका जा सकेगा. 


यातायात में सुधार
सड़कों की खुदाई खत्म होने से जाम और असुविधा से राहत मिलेगी.


सस्ता और तेज समाधान
परंपरागत तरीकों के मुकाबले आईओटी तकनीक किफायती और तेज.


सड़कें सुरक्षित रहेंगी
सड़कों को बार-बार खोदे जाने के झंझट से निजात मिलेगी. आप विधायक दुर्गेश पाठक ने राजेंद्र नगर के लोगों की समस्याओं को हल करने की दिशा में बड़ा कदम बताया. उन्होंने कहा कि आईओटी तकनीक के इस्तेमाल से न केवल जल संरक्षण होगा, बल्कि लोगों को यातायात और अन्य असुविधाओं से भी राहत मिलेगी.


केजरीवाल की नीति का परिणाम-पाठक


उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की नीति का परिणाम बताया. पाठक ने कहा कि योजना को पूरी दिल्ली में लागू करवाने की मंशा है. पायलट प्रोजेक्ट फिलहाल राजेंद्र नगर में लागू किया गया है. दुर्गेश पाठक ने कहा कि नीयत साफ हो, तो नामुमकिन कुछ भी नहीं. उन्होंने कहा कि पानी की पाइपलाइन ठीक करने के लिए महीनों इंतजार और सड़कों को खोदने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी. अब आईओटी तकनीक से सेंसर बताएगा कि पाइपलाइन में कहां खराबी है. 


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