दिल्ली में नगर निगम का अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है. नगर निगम बुलडोजर से अतिक्रमण हटाने का काम कर रहा है और इसे काफी लोग गलत बताते हुए कह रहें के बिना नोटिस के ये कार्रवाई की जा रही है. वहीं इस बात पर उत्तरी निगम के निगमायुक्त संजय गोयल ने दावा करते हुए कहा कि सार्वजनिक सड़कों से अतिक्रमण हटाने के लिए पुलिस को पूर्व सूचना के साथ सभी वार्ड और जोन में नियमित रूप से नोटिस दिया जाता है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बिना नोटिस के भी कार्रवाई की जाती है.
संजय गोयल ने कहा कि एमसीडी अधिनियम 1957 की धारा 321, 322, 323 तथा 325 के तहत यह कार्रवाई की जा सकती है. इसके साथ ही निगमायुक्त ने कहा कि जो लोग ये कह रहे हैं कि मंगोलपुरी क्षेत्र में 17 सितंबर 2021 से एक अक्तूबर 2021 और सात जनवरी 2022 को अवैध कब्जे को हटाने के लिए अतिक्रमण अभियान चलाया था. मंगलवार को मंगोलपुरी के अलावा रोहिणी क्षेत्र के इलाकों में अतिक्रमण हटाया गया.
निगमायुक्त का कहना है कि अतिक्रमण हटाने का अभियान उत्तरी निगम की नियमित प्रकिया है जो अभी जारी रहेगी. दिल्ली नगर निगम ने साफ कह दिया है जो लोग सरकारी जमीन पर कब्जा जमाए हुए हैं उन्हें जमीन खाली करनी होगी. मंगलवार को मंगोलपुरी वाई ब्लॉक में अतिक्रमण हटाने के दौरान स्थानीय विधायक मुकेश अहलावत और उसके समर्थकों के बीच पुलिस के साथ झड़प हो गई. इसके बाद पुलिस ने विधायक मुकेश अहलावत को समर्थकों समेत हिरासत में ले लिया लेकिन अतिक्रमण हटाने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया.