Delhi News: केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने कहा है कि क्रिकेट के अलावा अब बाकी खेलों को भी आगे बढ़ाने की आवश्यकता है. उन्होंने दुनिया भर में खेले जानेवाले ओलंपिक खेलों को बढ़ावा दिए जाने की वकालत की. उन्होंने कहा कि हमारे देश में आज क्रिकेट बहुत ज्यादा लोकप्रिय हो गया है. बच्चे बच्चे तक को क्रिकेट खेलने का शौक है. एक समय अंग्रेज क्रिकेट खेलते थे और उनको हराने के लिए हमने इसे खेलना शुरू किया. लेकिन धीरे धीरे हमारे दिमाग में घुस गया. खेल मंत्री रहे किरण रिजिजू का कहना है कि ओलंपिक खेलों में खिलाड़ी कड़ी मेहनत करते हैं. सरकार भी खिलाड़ियों के साथ खूब मेहनत करती है. लेकिन सरकार हो या फिर खिलाड़ी चाहे जितने भी मेहनत करें जब तक जनता खेल को नहीं देखेगी, खिलाड़ियों को समर्थन नहीं करेगी, तब तक खेल आगे नहीं बढ़ेंगे? इसलिए ओलंपिक खेलों को आगे बढ़ाने की जरूरत है.
बैडमिंटन टूर्नामेंट बतौर मुख्य अतिथि रिजिजू हुए शामिल
बैडमिंटन टूर्नामेंट में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने विचार रखे. दिल्ली विश्वविद्यालय के स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में बैडमिंटन टूर्नामेंट का आयोजन हो रहा है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि क्रिकेट को मौजूदा समय में हर कोई देखना पसंद करता है. ज्यादा से ज्यादा लोग क्रिकेट मैच का इंतजार करते हैं. मैच देखने से viewrship बढ़ती है. viewership बढ़ने से स्पॉन्सर मिलते हैं. ज्यादा स्पॉन्सर आने से ज्यादा पैसा आता है. फिर पैसा खिलाड़ियों को जाता है. उससे स्टेडियम बनते हैं और सुविधा बढ़ती है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बैडमिंटन देश में उभर कर आया है. मुझे उम्मीद है कि अगले ओलंपिक के बैडमिंटन प्रतियोगिता में हम पहले से ज्यादा मेडल जीतेंगे. बैडमिंटन का उभरकर आना इंडियन स्पोर्ट्स के लिए बड़ी बात है.
कहा- स्पोर्ट्स बहुत बड़ी अर्थव्यवस्था और कैरियर भी है
केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि मुझे सभी स्पोर्ट्स पसंद हैं और अब धीरे-धीरे लोग स्पोर्ट्स में भी आगे बढ़ रहे हैं, लेकिन अभी भी हमारे देश में लिमिटेड लोग खेल खेलते हैं और हम खेल को संस्कृति बनाने की कोशिश कर रहे हैं. कोशिश है कि खेल में कैरियर बने. दुनिया में स्पोर्ट्स की बहुत बड़ी इंडस्ट्री है. इससे लाखों लोगों को रोजगार मिलता है. स्पोर्ट्स से लाइफस्टाइल और जीने का अंदाज भी बदलता है. लेकिन हम अभी तक खेल की शक्ति को नहीं पहचान पाए हैं. इसके साथ ही स्पोर्ट्स बहुत बड़ी अर्थव्यवस्था और कैरियर भी है. स्पोटर्स जिंदगी को हेल्दी और हैप्पी भी बनाता है. एक वर्ल्ड कप जीतना मतलब जीडीपी में 2 पॉइंट तरक्की होना है. अगर खेल को आगे बढ़ाना है तो देशवासियों को सहयोग देना होगा और खेल देखना होगा. जितने लोग ज्यादा से ज्यादा खेलों को देखेंगे उतना स्पोर्ट्स आगे बढ़ेगा. खेल आगे बढ़ेंगे तो खिलाड़ियों की मदद होगी और इससे ना केवल खेलों को बल्कि देश को भी बढ़ावा मिलेगा.