Delhi Covid-19: केंद्र के निर्देशों के बाद दिल्ली में कोविड -19 टेस्टों की संख्या बढ़ाई जाएगी. बुधवार को अधिकारियों ने कहा कि केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोविड-19 टेस्ट बढ़ाने के निर्देश दिए हैं जिसके बाद दिल्ली के सभी जिलों को को एक्टिव मामलों के मुताबिक टारगेट दिए गए हैं, ताकि टेस्ट की संख्या बढ़ाई जा सके.
अधिकारी केंद्र के निर्देशों का कर रहे पालन- जैन
वहीं इससे पहले दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा था कि शहर में किसी को भी कोविड टेस्ट से मना नहीं किया जा रहा है और अधिकारी केंद्र द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन कर रहे हैं. उन्होंने ये भी कहा कि कोविड मरीजों के हाई रिस्क वाले कॉन्टेक्ट्स और लक्षणों वाले लोगों का टेस्ट किया जाना चाहिए. बता दें कि मंगलवार को, स्वास्थ्य मंत्री ने ये भी क्लियर किया था कम्यूनिटी में कुछ पॉकेट्स में भी टेस्ट किए जाएंगे, जो हम कर रहे हैं.” इसके साथ ही जैन ने कहा कि दिल्ली में पिछले छह महीनों में रोजाना दिल्ली में 50,000 से 60,000 कोरोनावायरस टेस्ट किए गए
रोज 75,000 से 80,000 तक टेस्टों की संख्या बढ़ाई जा सकती है
वहीं अधिकारियों ने कहा कि लेटेस्ट गाइडलाइंस के मद्देनजर इसे प्रति दिन 75,000 से 80,000 टेस्ट तक बढ़ाया जा सकता है.जिला अधिकारियों ने कहा कि केंद्र सरकार के नए दिशानिर्देशों के अनुसार, ज्यादा टीमें लगाकर और नियंत्रण क्षेत्रों के बाहर बफर क्षेत्रों में, इंटर स्टेट बस टर्मिनलों और रेलवे स्टेशनों जैसे ट्रांजिट प्वाइंट जैसे स्थानों पर मोबाइल वैन तैनात करके टेस्ट बढ़ाये जाएंगे.
वहीं स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा, "जिलों को टेस्टों को बढ़ावा देने के लिए एक्टिव कोविड मामलों की वर्तमान संख्या के अनुसार परीक्षण का लक्ष्य दिया गया है."
दिल्ली में कोविड टेस्टों की संख्या देश के अन्य हिस्सों की तुलना में तीन गुना ज्यादा- जैन
वहीं केंद्र द्वारा राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को फिर से टेस्ट करने के लिए कहने पर स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, “हो सकता है कि अन्य राज्य कम परीक्षण कर रहे हों, लेकिन दिल्ली में टेस्टों की संख्या देश के अन्य हिस्सों की तुलना में तीन गुना है. हम और भी आगे रेट बढ़ाएंगे."
बता दे कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को पत्र लिखकर COVID-19 टेस्टों की संख्या में गिरावट को लेकर सवाल उठाए थे. इसके साथ ही परीक्षण बढ़ाने के लिए कहा था ताकि महामारी के प्रसार का एक प्रभावी ट्रैक रखा जा सके और फौरन सिटिजन सेंट्रिक एक्शन लिया जा सके.
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