Delhi Nursery Admission 2023: दिल्ली में नर्सरी में एडमिशन के लिए आ गई डेट, जानें- कब से भरे जाएंगे फॉर्म?
Delhi Nursery Admission 2023: सभी स्कूल दाखिले के लिए उपलब्ध सीटों के साथ प्रवेश स्तर की सभी कक्षाओं का विवरण 16 दिसंबर तक घोषित करेंगे. वहीं 28 नवंबर तक प्रवेश के लिए अपने मानदंड जारी करेंगे.
Delhi Nursery Admission 2023: देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) के निजी स्कूलों में शैक्षणिक सत्र 2023-24 के लिए प्रवेश स्तर की कक्षाओं में दाखिला प्रक्रिया एक दिसंबर से शुरू होगी. दिल्ली शिक्षा निदेशालय (Delhi Directorate of Education) ने सोमवार को बताया कि आवेदन की अंतिम तिथि 23 दिसंबर है. 13 जनवरी को स्कोर जारी किया जाएगा, जबकि चयनित अभ्यर्थियों की पहली सूची 20 जनवरी को घोषित की जाएगी.
शिक्षा निदेशालय ने एक अधिसूचना में कहा, "सत्र 2023-24 के लिए दिल्ली के निजी गैर सहायता प्राप्त मान्यता प्राप्त स्कूलों में खुली सीटों के लिए प्री-स्कूल, प्री-प्राइमरी और पहली कक्षा में प्रवेश प्रक्रिया एक दिसंबर से शुरू होगी." उसमें कहा गया है, "दाखिले के लिए चयनित किए गए बच्चों की पहली सूची 20 जनवरी को जारी की जाएगी. इसी के साथ प्रतीक्षा सूची भी जारी की जाएगी. वहीं दूसरी सूची छह फरवरी को जारी की जाएगी."
सीट खाली रहने पर 1 मार्च को निकलेगी तीसरी लिस्ट
इसके बाद भी जिन स्कूलों में सीटें खाली रहीं वे 1 मार्च को तीसरी एडमिशन लिस्ट निकालेंगे. साथ ही दाखिले संबंधित कार्यों की अंतिम तिथि 17 मार्च को निर्धारित गई है. 1 अप्रैल से प्राइवेट स्कूल की क्लासेज शुरू हो जाएंगी. सभी स्कूल दाखिले के लिए उपलब्ध सीटों के साथ प्रवेश स्तर की सभी कक्षाओं का विवरण 16 दिसंबर तक घोषित करेंगे. अधिसूचना में कहा गया है, "सभी निजी गैर सहायता प्राप्त मान्यता प्राप्त स्कूल 28 नवंबर तक प्रवेश के लिए अपने मानदंड जारी करेंगे."
प्रॉस्पेक्टस के लगेंगे 25 रुपये
शिक्षा निदेशालय ने स्कूलों को साफ किया है कि वे इस शेड्यूल से अलग नहीं जाएं. प्रॉस्पेक्टस के लिए 25 रुपये ही लिया जाए, इसे खरीदना जरूरी नहीं होगा. सभी प्राइवेट स्कूलों को नर्सरी, केजी और क्लास 1 के लिए 25 प्रतिशत सीटें ईडब्ल्यूएस/डीजी और पीडब्ल्यूडी कैटेगरी के लिए रिजर्व किए जाएंगे, इनके लिए बाद में अलग से एडमिशन शेड्यूल और गाइडलाइंस आएंगी. दिल्ली के लगभग 1700 स्कूलों में 1.25 लाख सीटों पर दाखिला होगा. अनुमान लगाया गया है कि बीते सालों की तुलना में प्रवेश के लिए आवेदन की संख्या अधिक होगी.