Omicron In Delhi: देशभर में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को पत्र लिखा है, जिसमें वॉर रूम बनाए जाने और नाइट कर्फ्यू लगाने का सुझाव दिया गया है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने पत्र में स्वास्थ्य परीक्षण और निगरानी बढ़ाने के अलावा रात में कर्फ्यू लगाने, बड़ी सभाओं में सख्त नियमन, शादी और अंतिम संस्कार जैसे कार्यक्रमों में लोगों की संख्या सीमित करने जैसी रणनीति बनाए जाने की सलाह राज्यों को दी है. इस पत्र के जरिए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को ओमिक्रॉन वेरिएंट के खतरे को लेकर चेताया है, केंद्र सरकार के मुताबिक यह वेरिएंट डेल्टा वेरिएंट की तुलना में 3 गुना अधिक संक्रामक है, ऐसे में इसे फैलने से रोकने के लिए वॉर रूम बनाए जाएं, साथ ही जिला स्तर पर सख्त से सख्त नियमों का पालन किया जाए.


ओमिक्रॉन से बचने के लिए वहीं पुराने उपाय करने होंगे


एक्सपर्ट्स की मानें तो जैसे-जैसे इस वेरिएंट के मामले बढ़ रहे हैं वैसे वैसे चिंता भी बढ़ने लगी है. AIIMS के पलमनरि मेडिसिन विभाग के सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर तेजस सूरी ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में बताया कि इस वेरिएंट से बचाव के लिए केवल वही उपाय हैं जो हम पिछले करीब 2 सालों से करते हुए आ रहे हैं, मास्क लगाना, सोशल डिस्टेंस का पालन करना, साथ ही सैनिटाइजेशन करते रहना है. उन्होंने बताया कि अभी भी अधिकतर लोगों ने वैक्सीन की दोनों डोज नहीं ली है, ऐसे में यदि आप एक डोज ले चुके हैं, तो दूसरी डोज भी जल्द से जल्द ले लें.


फिलहाल दिल्ली में ओमिक्रॉन के सबसे ज्यादा मामले


एक्सपर्ट का मानना है कि जो लोग वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके हैं उनमें वेरिएंट से लड़ने की अधिक क्षमता है क्योंकि उन लोगों में अच्छी इम्यूनिटी पाई गई है, और क्योंकि ये वेरिएंट बहुत तेजी से फैल रहा है इसीलिए लोगों के पास अभी समय है कि वह जल्द से जल्द अपने वैक्सीन के दोनों डोज ले लें. बता दें ओमिक्रॉन देश भर में तेजी से अपने पैर पसार रहा है, अब तक 200 से ज्यादा मामले आ चुके हैं और सबसे ज्यादा मामले दिल्ली, महाराष्ट्र, तेलंगाना में रिकॉर्ड किए गए हैं. 21 दिसंबर की रिपोर्ट के अनुसार देशभर में ओमिक्रॉन के कुल 213 मामले रिकॉर्ड किए गए, जिसमें महाराष्ट्र 54 और दिल्ली में सबसे ज्यादा 57 मामले रिकॉर्ड हो चुके हैं, यानी कि ओमीक्रोन के खतरे को लेकर दिल्ली सबसे ऊपर है. वहीं तेलंगाना में 24 और कर्नाटक में 19 ओमिक्रॉन के मामले रिकॉर्ड हुए हैं. बता दें कि 6 महीने के बाद कोरोना संक्रमण का खतरा फिर से दिल्ली में बढ़ने है. लगातार तीसरे दिन मरीजों की संख्या 100 के पार रिकॉर्ड की गई है. मंगलवार को दिल्ली में कोरोना के 51544 सैंपलों की जांच की गई, जिसमें से 102 कोरोना के नए मामलों की पुष्टि हुई.


राज्य सरकारों को केंद्र की चेतावनी


इस खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार की ओर से राज्यों को यह सलाह दी गई है कि यदि संक्रमण दर 10 फ़ीसदी से ज्यादा है, और अस्पतालों में ऑक्सीजन समेत बेड आदि की सुविधाओं को लेकर 40 फ़ीसदी से ज़्यादा इस्तेमाल हो रहा है, तो राज्यों को इसे लेकर सतर्क हो जाना चाहिए. जिला स्तर पर नाइट कर्फ्यू से लेकर कंटेनमेंट जोन बनाए जाने चाहिए. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव की ओर से कहा गया है कि ओमिक्रॉन डेल्टा वेरिएंट के मुकाबले 3 गुना तेजी से संक्रमण फैलाने में सक्षम है, ऐसे में इसके बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए राज्यों को इसकी रोकथाम के लिए जिला स्तर पर तैयारियां शुरू कर देनी चाहिए.


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