नई दिल्ली:  दिल्ली में तीनों निगमों को एक करने का प्रस्ताव लोकसभा (Lok Sabha) में पास कर दिया गया है. जिसके बाद अब इसे राज्यसभा (Rajya Sabha) में पेश किया जाएगा. वही इसे लेकर कांग्रेस (Congress) का कहना है कि सालों पहले कांग्रेस सरकार ने जब निगम को तीन भागों में विभाजित किया था तो इसके पीछे मकसद यही था कि दिल्ली (Delhi) का विकास हो और जन-जन तक सुविधाएं पहुंचे. साथ ही तीन भागों में निगम को बांटने के बाद सुचारू रूप से व्यवस्था चल सके लेकिन अब केंद्र सरकार तीनों निगमों को एक करने जा रही है. इसका कोई फायदा नहीं होगा.


कांग्रेस कर रही एमसीडी के एकीकरण का विरोध


कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व विधायक जयकिशन ने एबीपी न्यूज़ से कहा कि साल 2011 में शीला सरकार ने निगम को तीन भागों में विभाजित करने का फैसला लिया था जिसमें कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम दक्षिणी दिल्ली नगर निगम और पूर्वी दिल्ली नगर निगम का गठन किया गया. इसका मकसद यही था कि पूरी दिल्ली में नागरिकों को बेहतर जन सुविधाएं मुहैया हो सके और एमसीडी का भी सुचारु रुप से काम हो. लेकिन अब केंद्र सरकार तीनों निगमों को एक करने जा रही है ऐसे में कैसे तीनों निगम का काम बेहतर होगा और लोगों तक किस तरीके से जन सुविधाएं पहुंचेंगी. कांग्रेस नेता ने कहा यदि 3 बसों में सफर करने वाले यात्रियों को एक ही बस में सवार कर दिया जाए, तो क्या वह बस चल पाएगी, इसका उदाहरण देते हुए उन्होंने एमसीडी के एकीकरण का विरोध किया.


तीनों निगमों को एक करने के पीछे है चुनाव टालने की साजिश- कांग्रेस नेता


इतना ही नहीं कांग्रेस नेता जयकिशन ने कहा कि तीनों निगमों को एक करने के पीछे चुनाव टालने की साजिश है और इसमें बीजेपी हो या आम आदमी दोनों की मिलीभगत है, गौरतलब है कि केंद्र सरकार की ओर से लोकसभा में तीनों निगम को एक किए जाने का प्रस्ताव पेश किया गया था, जिसे पास कर दिया गया है, जिसके बाद दिल्ली नगर निगम संशोधन विधेयक 2022 लोकसभा से पारित हो गया है. जिसके बाद अब इसे राज्यसभा में पेश किया जाएगा.


दिल्ली सरकार अपनी नाकामी छुपाने के लिए रोजगार बजट का ढिंढोरा पीट रही है


इसके साथ ही उन्होंने हाल ही में पेश हुए दिल्ली सरकार के बजट 2022-23 को लेकर कहा कि सरकार इसे रोजगार बजट का नाम दे रही है और आने वाले 5 सालों में युवाओं को नौकरी दिए जाने का झूठा वादा कर रही है. कांग्रेस नेता ने कहा कि दिल्ली सरकार अपनी नाकामी छुपाने के लिए ढिंढोरा पीट रही है. दिल्ली की जनता से झूठे वादे किए जा रहे हैं. दिल्ली सरकार इसका जवाब दें कि पिछले 2 सालों में दिल्ली के बच्चों की जो पढ़ाई प्रभावित हुई उसके लिए दिल्ली सरकार ने क्या किया.


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कांग्रेस नेता ने आप सरकार पर खड़े किए कई सवाल


कांग्रेस नेता ने कहा कि जो बच्चे 3 साल के थे वो 2 साल से स्कूल नहीं जा पाए. अब वह 5 साल के हो गए हैं. बच्चों की शिक्षा प्रभावित हुई है. छोटे बच्चे जो प्राथमिक शिक्षा के लिए स्कूल जाते हैं, वह सब भूल गए हैं. क्या सभी सरकारी स्कूलों में कोरोना के दौरान ऑनलाइन शिक्षा पर पूरा जोर दिया गया. 2 सालों में स्कूल में जाकर जो बच्चे सीखते हैं क्या वह ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान सीख पाए, या सभी बच्चों को ऑनलाइन क्लासेस मिल पाई, इसका जवाब दिल्ली सरकार दें. कांग्रेस नेता जयकिशन ने कहा कि आने वाले 5 सालों में 20 लाख नौकरी दिए जाने की सरकार बात कर रही है, लेकिन इतने सालों में क्या दिल्ली के लोगों को रोजगार मिल पाया है, क्या सभी बुजुर्गों को पेंशन मिल रही है क्या गरीब लोगों के राशन कार्ड बने हैं, झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले लोगों को पक्के मकान मिले हैं? दिल्ली सरकार केवल झूठ का पुलिंदा लेकर वाह वाही लूटने की कोशिश कर रही है.


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