Delhi Fraud: ऑनलाइन निवेश पर आकर्षक रिटर्न का झांसा देकर 23 लाख की ठगी, कोलकाता से एक गिरफ्तार
Delhi Fraud: साऊथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट की साइबर सेल पुलिस ने ऑनलाइन ठगी के एक बड़े मामले का खुलासा किया है. इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है.
Delhi News: साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट की साइबर सेल पुलिस ने ऑनलाइन ठगी के एक बड़े मामले का खुलासा करने में कमायाबी पाई है. इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जिसकी पहचान अयान दास के रूप में हुई है. यह कोलकाता के नेताजी नगर इलाके का रहने वाला है.
इसके कब्जे से पुलिस ने 5 मोबाइल फोन, 1लैपटॉप, 5 चेकबुक,1 पासबुक और प्रोप्राइटरशिप वाले 3 मुहर बरामद किए हैं. आरोपी लोगों को व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़कर स्टॉक मार्केट में निवेश पर आकर्षक रिटर्न का वादा कर इन्वेस्टमेंट के लिए प्रेरित कर ठगी की वारदात को अंजाम देता था.
साइबर ठगों ने ऐसे लगाया 23 लाख का चूना
डीसीपी सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि वसंतकुंज के एक शिकायतकर्ता श्रीनिवासन एके ने साइबर सेल पुलिस को दी गई शिकायत में बताया था कि 1 अप्रैल 2024 को उन्हें व्हाट्सएप ग्रुप "MFSL स्टॉक चैट 40" में जोड़ा गया था. जहां डिस्काउंटेड प्राइस पर ग्रुप एडमिन्स स्टॉक की सिफारिशें देते थे. शिकायतकर्ता ने एक से डेढ़ महीने तक उसका विश्लेषण किया और बाद में उन्हें मारवाड़ी सिक्योरिटीज कोटा वीआईपी फास्ट ट्रेडिंग अकाउंट में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया.
एप पर 23 लाख के निवेश पर एलॉट किये 25 हजार शेयर
जहां 20 मई 2024 को उन्हें https://bekrx.com पर लॉगिन करने के लिए कहा गया और आरोपियों ने उनका विश्वास हासिल कर उन्हें अपने प्लेटफॉर्म पर निवेश करने के लिए प्रेरित किया. जिस पर शिकायतकर्ता ने 04 ट्रांजेक्शन में कुल 23,00,000/- रुपये का निवेश उनके निर्देशानुसार किया. इसके बाद, उन्हें "क्रोनॉक्स लैब साइंसेज" के आईपीओ में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया और उन्हें 25,000 शेयर अलॉट किए गए, जो उनके प्लेटफॉर्म पर दिखाई दिए.
इस निवेश के साथ, उस प्लेटफॉर्म पर उनके निवेश को मुनाफे के साथ 39 लाख रुपये तक बढ़ा कर दिखाया गया. लेकिन जब उन्होंने 20 लाख रुपये की निकासी करनी चाही तो उन्हें महीने के अंत तक सेटलमेंट के लिए इंतजार करने के लिए कहा गया. जब उन्होंने कई बार कोशिश की तो उन्हें अपना भुगतान प्राप्त करने के लिए और पैसे जमा करने के लिए कहा गया. तब उन्हें ठगी का एहसास हुआ और उन्होंने इसकी शिकायत साइबर सेल पुलिस को दी.
पुलिस की जांच और गिरफ्तारी
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया और जांच शुरू की. इसके लिए एसआई अमित मलिक, हेड कॉन्स्टेबल विक्रम महला और सचिन की टीम गठित की गई. टीम ने मनी ट्रेल और तकनीकी विश्लेषण पर ध्यान केंद्रित किया. जांच के दौरान कॉलिंग के लिए प्रयुक्त व्हाट्सएप नंबर का विवरण प्राप्त किया गया, जो विदेश से संचालित पाया गया. जिसे देश से बाहर से ऑपरेट किये जाने का पता चला. मनी ट्रेल का पता लगाते हुए पुलिस ने कोलकाता, वेस्ट बंगाल स्थित रॉय एंटरप्राइजेज के ठिकाने पर छापेमारी की. जिसकी खाताधारक एक 22 वर्षीय युवती दिशारी रॉय है. उससे पूछताछ और बैंक खातों की आगे की निगरानी से पुलिस को आरोपी अयान दास के बारे में पता चला.
नेताजी नगर में छापेमारी कर दबोचा आरोपी को
जिस पर पुलिस ने कोलकाता के नेताजी नगर नगर में छापेमारी कर आरोपी अयान दास को दबोच लिया. तलाशी के दौरान उसके कब्जे से पांच मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, पांच चेक बुक, एक पासबुक, 03 प्रोपराइटरशिप के मोहर जब्त किए गए.
पुलिस ने बताया कि आरोपी एसबीआई के कोलकाता के वर्क स्ट्रीट स्थित जोनल ऑफिस में काम कर चुका है और वह कमीशन के आधार पर सिंडिकेट के सदस्यों को सक्रिय रूप से बैंक खाते उपलब्ध कराता है. इस मामले में पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर पूरे सिंडिकेट के खुलासे के लिए आगे की जांच में जुट गई है.