Delhi News: आम आदमी पार्टी (AAP) की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ (Priyanka Kakkar) ने शुक्रवार दोपहर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना (Vinai Kumar Saxena) को दिल्ली छोड़ देने की नसीहत दे डाली. प्रियंका ने पूछा कि क्या केंद्र की सरकार ने उन्हें इसीलिए बैठा रखा है कि वो दिल्ली की जनता के पैसे से सुविधाएं भुगतें और फिर दिल्ली की जनता की ही बुराई करें, उनकी भलाई के होने वाले काम को रोके?


'जनता को मुफ्तखोर कहने पर विवाद'


प्रियंका ने कहा कि दिल्ली के एलजी लगातार दिल्ली की जनता को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं. इसी बीती जून में एलजी ने कहा था कि दिल्ली के लोगों में अपनेपन की भावना (Sense of Belonging) नहीं है. कल फिर उन्होंने दिल्ली की जनता का अपमान करते हुए उन्हें 'मुफ्तकोर' कहा है. सबसे पहले मैं उन्हें बताना चाहती हूं कि दिल्ली की इसी 'मुफ्तखोर' जनता के पिछले वित्त वर्ष में ₹1.75 लाख करोड़ का टैक्स इकट्ठा किया है.



सार्वजनिक माफी मांगे एलजी सक्सेना


आप मुख्य प्रवक्ता ने आगे कहा कि अगर एलजी को इतनी ही दिक्कत है तो उन्हें मिलने वाली 3 से 4 हजार यूनिट फ्री बिजली, राजनिवास बंगला, गाड़ी, नौकर, सैलरी सब छोड़ देना चाहिए. क्योंकि ये सभी दिल्ली की 'मुफ्तखोर' जनता द्वारा दिए गए टैक्स से ही उन्हें मिलती है. उन्हें इतनी ही दिक्कत है तो दिल्ली भी छोड़ देनी चाहिए. दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को अपने बयान के लिए सार्वजनिक तौर पर जनता से माफी मांगनी चाहिए और अपने शब्दों को वापस ले लेना चाहिए.


सीएम केजरीवाल ने भी किया था पलटवार


आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने सबसे पहले दिल्ली एलजी के इस बयान पर पलटवार करते हुए ट्वीट किया था. उन्होंने लिखा था, 'दिल्ली के लोग मेहनतकश लोग हैं. कड़ी मेहनत से उन्होंने दिल्ली को संवारा है. LG साहिब, आप बाहर से आए हैं, दिल्ली और दिल्लीवालों को नहीं समझते. इस तरह दिल्ली के लोगों का अपमान मत कीजिए. दिल्ली सरकार दूसरी सरकारों की तरह चोरी नहीं करती. पैसे बचा कर लोगों को सहूलियत देती है. इस से आपको क्यों परेशानी है?' सीएम के इस ट्वीट के बाद से ही दिल्ली में राजनीति गरमाई हुई है.






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