Delhi News: दिल्ली की जेलों में सिर्फ इतने कैदियों ने ली कोरोना वैक्सीन की तीसरी डोज, जानें- आंकड़ें
Delhi News: दिल्ली की जेलों में बंद 19 हजार से अधिक कैदियों में से करीब 600 ने ही कोरोना की तीसरी डोज लगवाई है. वहीं कुल 28,902 कैदियों को कोरोना की पहली और दूसरी डोज लगी हैं.
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Delhi News: दिल्ली की जेलों में बंद 19 हजार से अधिक कैदियों में से लगभग 600 ने ही कोविड-19 रोधी टीके की तीसरी खुराक ली है. अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. उन्होंने तीसरा टीका लगवाने वाले कैदियों की संख्या कम होने का कारण अनिच्छा और पात्र न होने को बताया. पीटीआई-भाषा को मिले आंकड़ों में पता चला है कि तिहाड़, मंडोली और रोहिणी परिसरों में स्थित सभी 16 केंद्रीय कारागार में कुल 28,902 कैदियों को कोविड-19 रोधी टीके लगाए गए हैं.
दरअसल आंकड़ों में पता चला है कि 19,120 कैदियों ने कोविड-19 रोधी टीके की पहली और 9,179 ने दूसरी खुराक ली है. जबकि 603 ने ही ऐहतियाती खुराक ली है. कैदियों को कोविड-19 रोधी टीके की तीसरी खुराक देने के सत्र की शुरुआत एक फरवरी को हुई थी और एक जुलाई तक केवल 603 कैदियों ने ही खुराक ली है. एक वरिष्ठ कारागृह अधिकारी ने कहा कि कोविड-19 टीकों की ऐहतियाती खुराक लेने के पात्र कैदियों की सही संख्या उपलब्ध नहीं है क्योंकि वे जमानत, पैरोल या सजा पूरी होने पर जेल आते-जाते रहते हैं.
दिल्ली कारागार महानिदेशक संदीप गोयल ने कहा
जेल अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली की जेलों में आधिकारिक रूप से 10,026 कैदियों को रखा जा सकता है. फिलहाल केंद्रीय जेलों में 19,504 कैदी हैं. दिल्ली कारागार महानिदेशक संदीप गोयल ने कहा कि कोविड-19 रोधी टीके की ऐहतियाती खुराक पूरी तरह से उपलब्ध हैं लेकिन सभी केंद्रीय जेलों में केवल 603 कैदियों ने ही ये खुराक ली हैं. तीसरी खुराक लेने वाले कैदियों की संख्या कम होने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि शुरुआत में ये खुराक केवल 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोगों को दी गई.
कुछ कैदी ऐहतियाती खुराक नहीं लेना चाहते
गोयल ने कहा, जेलों में 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के कैदियों की संख्या काफी कम है. एक वजह यह भी है कि इनमें से कुछ पात्र कैदी ऐहतियाती खुराक नहीं लेना चाहते हैं. उन्होंने कहा, सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अधिकतर कैदी केंद्र के पिछले दिशा-निर्देशों के अनुसार नौ महीने के अनिवार्य अंतराल के चलते तीसरी खुराक लेने के पात्र नहीं थे. अब अंतराल की इस अवधि को घटाकर छह महीने कर दिया गया है. लिहाजा पात्र कैदियों को तीसरी खुराक दी जाएगी. बीते चार माह में 20 कैदी और जेलों के सात कर्मचारी कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं.
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