Delhi News: कोरोना महामारी की शुरुआत में लगा लॉकडाउन (Corona lockdown) तो आपको याद ही होगा. पूरे देश में जहां लोग अपने अपने घरों में कैद हो गए थे तो वहीं सबसे ज्यादा दिक्कत अपने राज्य से दूसरे राज्यों में जाकर काम करने वाले मजदूरों को हो रही थी. ऐसा इसलिए क्योंकि वे अपने घर नहीं जा पा रहे थे. वे जहां थे वहीं फंसे हुए थे. इस दौरान एक शख्स ने अपने कामगारों पर बड़ी दरियादिली दिखाई थी. उनका नाम था पप्पन सिंह गहलोत. उन्होंने लॉकडाउन के दौरान कामगारों को अपने खर्चे पर हवाई जहाज से बिहार भेजा था.
फंदे से लटकता मिला शव
लोग उन्हें मजदूरों का मसीहा भी कहते हैं. वे अब इस दुनिया में नहीं रहे. उन्होंने आत्महत्या (Suicide) कर ली है. पप्पन सिंह गहलोत का शव दिल्ली (Delhi) के एक मंदिर में फांसी के फंदे से लटकता पाया गया. वे 55 साल के थे. उन्होंने कल यानी मंगलवार को सुसाइड कर लिया. पुलिस को उनके पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है जिसमें उन्होंने आत्महत्या की वजह बीमारी को बताया है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और पुलिस जांच में जुट गई है. सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच की जा रही है.
फ्लाइट से बुलाया था वापस
पुलिस ने बताया कि, राष्ट्रीय राजधानी के अलीपुर इलाके में उनका शव उनके घर के सामने एक मंदिर के पंखे से लटकता हुआ मिला. मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है जिसमें उन्होंने आत्महत्या की वजह बीमारी बताया है. बता दें कि प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए जाने जाने वाले पप्पन सिंह गहलोत ने कोरोना वायरस के मामलों में कमी आने और लॉकडाउन हटने के बाद अपने खर्चे पर फ्लाइट से ही 27 मजदूरों को वापस काम पर भी बुलाया था. उन्हें मशरूम और ऑर्गेनिक खेती के लिए भी जाना जाता था.