Delhi News: रिकॉर्डतोड़ गर्मी के बीच दिल्ली पेरेंट्स एसोसिएशन ने सरकार को लिखी चिट्ठी, स्कूलों को तुरंत बंद करने की मांग की
दिल्ली में इस बार गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. भीषण गर्मी को देखते हुए दिल्ली पेरेंट्स एसोसिएशन ने सरकार को एक पत्र लिख स्कूलों को तत्काल प्रभाव से बंद करने की मांग की है.
Delhi News: दिल्ली में इस बार गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. पिछले वर्षों के मुकाबले इस बार दिल्ली में मार्च से ही रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ने लगी है. इस बीच कोरोना मामले कम होने के बाद लगभग 2 साल बाद पूरी तरह से स्कूल खोले गए. लेकिन अब गर्मी के तांडव को देखते हुए दिल्ली पेरेंट्स एसोसिएशन ने सरकार को एक पत्र लिखा है. पत्र में स्कूलों को तत्काल प्रभाव से बंद करने की मांग की गई है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, एलजी, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग को पत्र भेजा गया है. बच्चों के स्वास्थ्य की चिंता जताते हुए स्कूलों को तुरंत बंद करने की गुहार लगाई गई है.
स्कूलों में छुट्टी की मांग
दिल्ली पेरेंट्स एसोसिएशन ने मांग की है कि दिल्ली में आग उगलती गर्मी को देखते हुए स्कूलों में गर्मियों की छुट्टियां बिना देरी किए घोषित कर दी जाए. पत्र में गर्मी की वजह से बच्चों के बीमार पड़ने को आधार बनाया गया है. बीमार होने की वजह से स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति कम हो रही है. 15 मई 2022 को दिल्ली के कई इलाकों का तापमान करीबन 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने भी बच्चों को राहत देने के लिए कुछ सुझाव जारी किये गए थे.
पड़ोसी राज्यों ने स्कूल के समय में बदलाव कर दिया है लेकिन दिल्ली में अब तक ऐसा नहीं हुआ. बता दें कि केंद्र सरकार के जारी दिशा निर्देश में साफ कर दिया गया है कि दोपहर 12 से 3 बजे के बीच बच्चों का बाहर निकलना सुरक्षित नहीं है. लेकिन स्कूल से बच्चों की छुट्टी का यही समय होता है जब बच्चे घरों को जाते हैं.
क्या कहते हैं पेरेंट्स?
पांचवीं क्लास में पढ़ने वाली वंशिका की मां ने बताया कि दिल्ली की गर्मी से घर में भी इंसान परेशान है. ऐसे में बच्ची दोपहर 2 बजे स्कूल से वापस लौट कर आती है. उस वक्त बहुत ज्यादा गर्मी होती है. इसलिए फिलहाल स्कूलों को बंद कर देना चाहिए. वैसे भी गर्मी की छुट्टियों का वक्त आ गया है. दसवीं कक्षा में पढ़ने वाले तनिश की मां ने चिंता जाहिर करते हुए बताया कि 2 साल बाद स्कूल खुलने पर काफी खुश थी कि अब बच्चा फिर स्कूल जाकर पढ़ पाएगा.
लेकिन भीषण गर्मी की वजह से चाहती हैं कि स्कूल बंद हो जाए क्योंकि बच्चे का इस बार दसवीं बोर्ड की परीक्षा है. स्कूल जाकर दो चार दिन से बीमार भी हो गया है. इससे अच्छा है कि बच्चा घर में बैठकर पढ़ाई करे. नौवीं क्लास में पढ़ने वाली सचिन की मां के मुताबिक स्कूल चलना तो जरूरी है लेकिन स्कूलों का वक्त बदलना चाहिए या फिर जैसे कोरोना काल के दौरान हफ्ते में रोटेशन से स्कूल बुलाया जाता था वैसे बुलाना चाहिए.