Wrestlers Protest: पहलवानों के आह्वान पर बड़ी संख्या में लोगों के दिल्ली पहुंचने की संभावना, बॉर्डर पर बढ़ी पुलिस की सख्ती
Wrestlers Protest: विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने बताया कि नशे में धुत एक पुलिसकर्मी ने उनके साथ धक्का-मुक्की और गाली-गलौज की. उन्होंने कहा कि क्या इसी दिन के लिए हमने देश के लिए मेडल जीता था.
Wrestlers Protest News: भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृज भूषण शरण (Brij Bhushan Sharan Singh) और अन्य कोचों के खिलाफ जंतर-मंतर पर पिछले 10 दिनों से धरने पर बैठे पहलवानों का प्रदर्शन अब सियासी रंग लेने के साथ उग्र भी होता जा रहा है. कल बारिश के बाद जब जंतर-मंतर पर हर तरफ पानी भर गया और पहलवानों के पास सोने की जगह नहीं बची थी. ऐसे में उन्होंने सोने के लिए लकड़ी के फट्टे (फोल्डिंग वाली चारपाई) मंगवाई थी. पहलवानों की इस दिक्कत को देखते हुए आम आदमी पार्टी के विधायक सोमनाथ भारती भी अपने समर्थकों के साथ एक ट्रक में फोल्डिंग आदि लेकर पहुंचे थे. लेकिन आरोप है कि पुलिस ने उन्हें पहलवानों के पास जाने नहीं दिया और न ही फोल्डिंग वाली चारपाई उन तक पहुंचने दी.
इसका उन्होंने और उनके समर्थकों ने जमकर विरोध भी किया. रात में हुए बबाल के बाद खिलाड़ियों ने किसान समेत अन्य लोगों से समर्थन की मांग की जिसके बाद दिल्ली से सटे सभी बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस समेत विशेष सुरक्षकर्मीयों की तैनाती की गयी है. जिसके बाद दिल्ली के बाहर से आने वाली हर गाड़ियों की जांच कर ही उन्हें आने दिया जा रहा है. इस घटना पर पहलवानों ने भी रोष जाहिर किया और पुलिस वालों की इस हरकत का विरोध किया. इसपर पुलिस बलों ने पहलवानों पर बल का प्रयोग किया. पहलवानों का आरोप है कि इसमें पहलवान गीता फोगाट के भाई दुष्यंत पहलवान का सिर फट गया और एक अन्य पहलवान को भी चोट आई है. इसकी जानकारी गीता फोगाट ने खुद ही अपने ट्विटर हैंडल से दिया और इसे शर्मनाक बताया.
दिल्ली पुलिस पर प्रताड़ित करने का आरोप
वहीं इस घटना के बाद विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि नशे में धुत एक पुलिसकर्मी ने उनके साथ धक्का-मुक्की और गाली-गलौज की. उन्होंने कहा कि क्या इसी दिन के लिए हमने देश के लिए मेडल जीता था. पहलवान बजरंग पुनिया ने भी पुलिसकर्मियों द्वारा हमले का आरोप लगाया था. इस घटना के बाद पहलवानों ने सोशल मीडिया पर आह्वान कर लोगों से उनके समर्थन में दिल्ली आने की अपील की थी. इसके बाद भारतीय किसान यूनियन भी उनके समर्थन में उतर आया है. दिल्ली से सटे राज्यों से किसान नेताओं सहित काफी लोगों के पहलवानों के समर्थन और इस प्रदर्शन के शामिल होने के लिए दिल्ली आने की उम्मीद है. इसे देखते हुए दिल्ली पुलिस ने तमाम बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है और दिल्ली में आने वाली हर गाड़ियों की जांच की जा रही है. जिससे कि पहलवानों का ये प्रदर्शन व्यापक रूप न ले सके.
इन लोगों ने किया समर्थन
बता दें कि कल रात दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल भी पहलवानों से मिलने जंतर-मंतर पहुंची थी, लेकिन दिल्ली पुलिस जंतर-मंतर के सील होने का हवाला देकर उन्हें पहलवानों के पास नहीं जाने दिया. वहीं जब वो नहीं मानीं तो उन्हें महिला पुलिसकर्मियों द्वारा जबरन वहां से उठा कर दूर ले जाया गया. बता दें कि पहलवानों का ये धरना 23 अप्रैल से जारी है. इनका आरोप है कि खेल मंत्रालय द्वारा कमेटी गठित कर रिपोर्ट सबमिट करावने की बात की गई थी, लेकिन रिपोर्ट में देरी होने के कारण पहलवान धरने पर बैठ गए हैं. वहीं मुख्य आरोपी बृज भूषण शरण अब तक गिरफ्तारी नहीं होने से भी पहलवानों के काफी रोष है.
गौरतलब है कि, पहलवानों के धरने को विभिन्न दलों द्वारा राजनीतिक समर्थन भी मिल रहा है. पिछले दिनों जहां दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल उनके समर्थन में जंतर-मंतर पहुंचे थे. वहीं उसके बाद पालम 360 गांव के प्रधान भी पहलवानों के इस मुहिम में उनका साथ देने जंतर-मंतर पहुंचे थे. इस बीच नीरज चोपड़ा और अन्य खिलाड़ियों ने भी ट्वीट कर पहलवानों का समर्थन किया है.