Delhi वालों को मिली नीली झील की सौगात, अब प्राकृतिक सौंदर्य का लुत्फ उठाने के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं
Delhi Blue Lake: अब आप दिल्ली के असोला भाटी अभ्यारण्य पहुंचकर नीली झील में प्राकृतिक सौंदर्य और झील का लुत्फ उठा सकते हैं.
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Delhi: Blue Lake News: अगर आप छुटियों में किसी ऐसी जगह जाने की योजना बना रहे हैं, जहां आप झील-झरना और प्राकृतिक सौंदर्य का लुत्फ उठा सकें, कुछ सुकून और शांति भरे पल अपनों के साथ बिता सकें तो...अब आपको इसके लिए कहीं दूर जाने की जरूरत नहीं. अब आप इस तरह का आनंद दिल्ली (Delhi) में ही उठा सकते हैं. जी हां, दिल्ली के असोला भाटी अभ्यारण्य में विश्व आद्रता दिवस के मौके पर दिल्ली के पर्यावरण और वन मंत्री गोपाल राय ने नीली झील (Blue Lake) ईको टूरिज्म प्लेस का उदघाटन किया है. यहां पर आप झील-झरना और प्रकृति का एक साथ आनंद उठा सकते हैं.
केजरीवाल सरकार में मंत्री गोपाल राय ने बताया कि ये नीली झील (Delhi Blue Lake) प्राकृतिक और काफी गहरी है. जब उन लोगों ने एक-डेढ़ साल पहले जब असोला भाटी अभ्यारण्य का दौरान किया था, तभी इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना बनाई गई थी. आज इसे दिल्ली की जनता को समर्पित कर दिया गया. खास बात ये है कि ये पर्यटन स्थल पूरी तरह से ईको फ्रेंडली हैं. यहां लकड़ी-बांस जैसी ईकोफ्रेंडली जैसी चीजों का इस्तेमाल कर इस स्थल को विकसित किया गया है.
नीली झील का मनमोहक दृश्य. pic.twitter.com/VIi1mRLXmZ
— Gopal Rai (@AapKaGopalRai) February 3, 2023">
कृत्रिम झरने से बढ़ी झील की सुंदरता
दरअसल, दिल्ली की नीली झील के साथ चार कृत्रिम झरनों का निर्माण किया गया है, जो 100 फीट ऊंची है. इन झरनों को चलाने के लिए सोलर पैनल का इस्तेमाल किया गया है, जो पूरी तरह से ईकोफ्रेंडली है. इन झरनों की वजह से नीली झील और इस अभ्यारण्य की सुंदरता और भी बढ़ गई है. इसके अलावा एक सुरक्षित स्थान पर सेल्फी प्वाइंट भी बनाया गया है. यहां पर लोग प्रकृति के साथ बिताए गए पलों को कैमरे में कैद कर अपने पास सहेज कर रख सकते हैं.
कैफेटेरिया और इलेक्ट्रिक व्हीकल सुविधा से लैस
मंत्री गोपाल राय ने बताया कि आने वाले दिनों के यहां पर ईकोफ्रेंडली कैफेटेरिया की शुरुआत की जाएगी, जहां लोग व्यंजनों का भी लुत्फ उठा सकें. इलेक्ट्रिक सायकिल और गोल्फ कार्ट की सुविधाएं मिलेंगी, जिससे वो यहां तक पहुंच सकें. जब तक इस सुविधा की शुरुआत नहीं होती है, तब तक लोग अपनी गाड़ियों से यहां तक पहुंच सकते हैं. फिलहाल, यहां लोगों के बैठने के लिए एम्फीथियेटर और अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं, जिससे लोगों को दिक्कतें न हो. बात करें यहां पहुंचने के रास्तों की तो नीली झील पर आने के लिए मुख्य तीन द्वार हैं. पहला तुगलकाबाद, जो उपवन संरक्षक (दक्षिणी) कार्यालय के पास है, दूसरा गेट नंबर 10 जो छतरपुर होते हुए शनिधाम रोड पर स्थित है. तीसरा गेट नंबर 7 जो गुरुजी मंदिर होते हुए अभ्यारण के अंदर को आता है. असोला भाटी वन्यजीव अभ्यारण्य स्थित नीली झील इको टूरिज्म स्थल के प्रवेश द्वार पर ही टिकट लेकर पर्यटक इस मनोरम स्थल का आनंद ले सकते हैं. आगे ऑनलाइन टिकट लेने की सुविधा मुहैया कराने की भी सरकार की योजना है.
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