Delhi News: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार (Indresh Kumar) एक बार फिर से अपने बयान को लेकर सुर्खियों में हैं. इंद्रेश पीओके और पाकिस्तान को लेकर अकसर बयान देते रहते हैं. आरएसएस नेता ने कई साल पहले ही कहा था कि पीओके भारत से मिलना चाहता है. अब एक बार फिर इंद्रेश कुमार अपने पुराने बयान को ताजा करते हुए कहा है कि पीओके पाकिस्तान से अलग होकर भारत का हिस्सा बनना चाहता है.


आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार का पीओके पर बड़ा दावा


रविवार (1 अक्टूबर) को मीडिया से बातचीत के दौरान आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार (Indresh Kumar) ने कहा कि, पीओके में 'तिरंगा यात्रा' का आयोजन किया गया था. कई सालों से पीओके पाकिस्तान से अलग होकर भारत का हिस्सा बनना चाहता है. वैसे भी विभाजन के समय आज का पीओके हिंदुस्तान में ही था. उस समय की सरकार की गलतियों से वह पाकिस्तान के कब्जे में रह गया और यूएनओ के अंदर कनफ्लिक्ट भी आ गई, ये सारे के लिए उस समय की कांग्रेस और पंडित नेहरू जी जिम्मेदार हैं वह अंग्रेज के चंगुल में फंसकर गलती कर बैठे.


'लाश मानसरोवर हमारा है, फिर से हमारा होना चाहिए'- इंद्रेश कुमार


इससे पहले इंद्रेश कुमार ने गालिब सभागार में आयोजित समारोह में पाकिस्तान को निशाना बनाते हुए कहा था- "हमें अपने वतन से मोहब्बत है, तुम्हें अपने वतन से मोहब्बत है. तुम अगर हमारी मोहब्बत पर डाका डालोगे तो फिर तुम्हें भी आइना दिखाना पड़ेगा. हमें यह कहने में क्या समस्या है- नानकाना साहब, शारदापीठ, लाहौर, कराची के बिना हिन्दुस्तान भी अधूरा है और यह सच भी है. उन्होंने कहा था कि, कैलाश मानसरोवर हमारा है, फिर से हमारा होना चाहिए."


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