DCW ने दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर महिला को बचाया, नाइजीरिया से तस्करी के जरिए लाई गई थी दिल्ली
Delhi News: दिल्ली महिला आयोग ने कहा कि दिल्ली पुलिस और एनजीओ के अधिकारियों की एक टीम ने तिलक नगर में छापा मारा और नाइजीरियाई महिला को मुक्त कराया. तस्करों ने कई अन्य महिलाओं को भी बंधक बनाकर रखा.
Delhi Police Rescues Nigerian Woman: दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू)ने पुलिस और शक्ति वाहिनी नामक एनजीओ के साथ मिलकर 20 वर्षीय एक नाइजीरियाई युवती को मुक्त कराया है जिसे नाइजीरिया से मानव तस्करी के जरिए यहां लाया गया था. शनिवार को एक सरकारी बयान में यह जानकारी दी गई. इस बयान के अनुसार आयोग को गुरुवार को सूचना मिली थी कि नौकरी देने का वादा कर पर्यटक वीजा पर 24 अक्टूबर को एक महिला को तस्करी के रास्ते दिल्ली लाया गया था, लेकिन उसे बंधक बना लिया गया और उसका पासपोर्ट ले लिया गया.
इसके साथ ही आयोग ने कहा कि लेकिन वह किसी तरह अपने भाई को यह संदेश (लोकेशन) भेज पाने में सफल रही कि उसे पश्चिम दिल्ली के तिलक नगर में रखा गया है , तब उसके भाई ने एनजीओ से संपर्क किया. आयोग ने कहा कि उसके बाद उसके, दिल्ली पुलिस और एनजीओ के अधिकारियों की एक टीम ने तिलक नगर में छापा मारा और महिला को मुक्त कराया. बयान के अनुसार महिला ने पुलिस को बताया कि तस्करों ने कई अन्य महिलाओं को भी बंधक बनाकर रखा है जिन्हें आकर्षक नौकरियों का लालच देकर अन्य अफ्रीकी देशों से यहां लाया गया और वेश्यावृति में धकेल दिया गया.
DCW ने दिल्ली पुलिस से संपर्क कर महिला को कराया मुक्त
आयोग ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर उससे इस मामले में की गयी कार्रवाई पर रिपोर्ट, प्राथमिकी की प्रति तथा गिरफ्तार किये गये लोगों का विवरण मांगा है. आयोग ने अन्य महिलाओं को मुक्त कराने के लिए पुलिस द्वारा किये गये प्रयास का ब्योरा भी मांगा है. डीसीडब्ल्यू की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने अपने बयान में कहा, ‘‘हमें शिकायत मिली की कि एक नाईजीरियाई महिला को तस्करों ने बंधक बना रखा है. हमारी टीम ने तत्काल दिल्ली पुलिस से संपर्क किया और उसे मुक्त कराया. हमें दिल्ली में तस्करी कर कई विदेशी नागरिकों को लाये जाने के मामले मिलते हैं.’’
दिल्ली पुलिस को रैकेट का पर्दाफाश करना चाहिए
उन्होंने कहा, ‘‘हाल में एक उज्बेक महिला की तस्करी का मामला आयोग के पास आया था. दिल्ली पुलिस को इन अंतरराष्ट्रीय रैकेट की सघन जारी करनी चाहिए एवं सरगनों को गिरफ्तार करना चाहिए. इन रैकेट का पर्दाफाश किया जाना चाहिए ताकि उन हजारों महिलाओं को बचाया जा सके जिन्हें तस्कर वाणिज्यिक यौन शोषण एवं बंधुआ मजदूरी में धकेला जा रहा है.’’