Delhi Crime News: दिल्ली पुलिस ने ऑटो लिफ्टिंग गैंग का किया पर्दाफाश, मास्टरमाइंड सहित 6 आरोपी गिरफ्तार
Delhi Crime News: दिल्ली पुलिस की टीम को पता चला कि बिंदापुर इलाके में एक गोदाम है, जहां गाड़ियों के पार्ट्स डिस्मेंटल करके डिस्पोजल किए जाते हैं. इसकी सूचना मिलने पर पुलिस टीम अलर्ट हो गई.
Delhi: दिल्ली पुलिस के एंटी नारकोटिक्स सेल (Anti Narcotics Cell) ने ऑटो लिफ्टिंग के एक बड़े गैंग का खुलासा किया है. इस मामले में पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से चोरी की तीन मोटरसाइकिल, दो स्कूटी, 70 बाइक के टायर, 22 बाइक के चेचिस, 142 शौकर, 20 फ्यूल टैंक, बैटरी, चैन कवर के अलावा 59 बाइक और गाड़ियों के नंबर प्लेट बरामद हुए हैं. इनकी गिरफ्तारी से 83 मामलों का खुलासा पुलिस ने किया है.
ऑटो लिफ्टिंग गैंग की पकड़ के लिए तैयार की स्पेशल टीम
पुलिस ने बताया कि द्वारका और वेस्ट दिल्ली के कई इलाकों में हो रही ऑटो लिफ्टिंग की वारदात को सुलझाने के लिए एसीपी ऑपरेशन राम अवतार की देख-रेख में एंटी नारकोटिक्स सेल के इंचार्ज सुभाष चंद, हेड कांस्टेबल दिनेश, सुशील, कुलदीप, अश्विनी आदि की टीम को लगाया गया था. इस टीम ने टेक्निकल सर्विलांस, सीसीटीवी फुटेज और लोकल इंटेलिजेंस की मदद से इस बड़े मामले का खुलासा करने में कामयाबी पाई है.
पुलिस को मिली पार्ट्स डिस्मेंटल करके डिस्पोजल करने की जानकारी
जब पुलिस टीम को पता चला कि बिंदापुर इलाके में एक गोदाम है, जहां गाड़ियों के पार्ट्स डिस्मेंटल करके डिस्पोजल किए जाते हैं. सूचना मिलने पर पुलिस टीम अलर्ट हो गई. पुलिस ने छानबीन के दौरान गोदाम के ओनर हेमंत कुमार की संदिग्ध गतिविधियों के कारण पूछताछ के लिए हिरासत में लिया, पूछताछ में ऑटो लिफ्टिंग गैंग का खुलासा हुआ. उसकी निशानदेही पर गैंग के बाकी सदस्यों भी चल गया, जिससे पुलिस को गैंग के पांच और सदस्यों को पकड़ने में सफलता मिली.
आरोपियों का रहा है आपराधिक रिकार्ड
डीसीपी एम हर्षवर्धन ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान हेमंत कुमार गुप्ता, गौहर अली उर्फ मुकद्दर, अंकुर शर्मा, सतवीर सिंह, सूरज कुमार और पवन कुमार के रूप में हुई है. यह सभी मोहन गार्डन, बापरोला, विजय एनक्लेव और पालम के रहने वाले हैं. आरोपी हेमंत एक गोदाम चलाता है जिसमें वह अपने साथियों के साथ चोरी हुए वाहनों को नष्ट करता था. जबकि दूसरे आरोपियों गौहर अली पर घर में चोरी के 2 मामले दर्ज हैं तो अंकुर पर सेंधमारी के 4 मामले दर्ज हैं. आरोपी सतबीर पर पहले से 8 एमवी चोरी के मामले दर्ज हैं तो वहीं आरोपी सूरज और पवन स्क्रैप डीलर हैं.
यह भी पढ़ें: