Delhi News: दिल्ली पुलिस ने एक बड़े ऑपरेशन में अंतरजिला चेन, पर्स और मोबाइल स्नेचिंग गिरोह का पर्दाफाश किया है. बिंदापुर पुलिस ने इस गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है और उनके कब्जे से चोरी की आठ मोटरसाइकिलें, सात मोबाइल फोन और करीब 5.6 ग्राम पिघला हुआ सोना बरामद किया है. पुलिस ने गिरोह से जुड़े एक सुनार को भी गिरफ्तार किया है, जो चोरी का सोना खरीदता था. गिरफ्तार मुख्य आरोपी विशाल ऊर्फ घोड़ेवाला 'विक्की टक्कर' गैंग का सक्रिय सदस्य है.
पुलिस ने इस गिरोह की गिरफ्तारी से चेन स्नेचिंग, पर्स चोरी, मोबाइल स्नेचिंग और वाहन चोरी के कुल 21 मामलों का खुलासा किया है. डीसीपी के मुताबिक, बिंदापुर पुलिस स्टेशन की टीम को क्षेत्र में बढ़ती स्नेचिंग और वाहन चोरी की घटनाओं को सुलझाने का जिम्मा दिया गया था. एसएचओ राजेश मलिक के नेतृत्व में और एसीपी ईशान भारद्वाज की निगरानी में एसआई नवीन, हेड कांस्टेबल राजू, योगराज, नीरज, हरि प्रकाश और कांस्टेबल राजेश डागर और संदीप की टीम ने यह ऑपरेशन चलाया.
पुलिस ने सबसे पहले क्षेत्र में अपराध स्पॉट की जांच की और सीसीटीवी फुटेज खंगाले. साथ ही मुखबिरों की मदद से आरोपियों की गतिविधियों पर नजर रखी गई. इसी दौरान 8 दिसंबर को सूचना मिली कि दो सक्रिय अपराधी बिंदापुर की गली नंबर 5 में आएंगे. इसके बाद पुलिस ने रात करीब 8:15 बजे जाल बिछाया और जैसे ही दोनों आरोपी वहां पहुंचे, पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की. हालांकि, वे भागने लगे, लेकिन पुलिस ने पीछा कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान विशाल और विशाल चौहान के रूप में हुई.
आरोपियों ने किया ये खुलासा
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे चोरी की मोटरसाइकिलों का इस्तेमाल स्नैचिंग के लिए करते थे. चोरी के वाहनों को कुछ दिनों के बाद सुनसान जगहों पर छोड़ देते थे. उन्होंने खुलासा किया कि सोने की चेन को वो धर्मेश वर्मा नाम के एक सुनार को बेचते थे. पुलिस ने धर्मेश वर्मा को गिरफ्तार कर लिया और उसके पास से 5.6 ग्राम पिघला हुआ सोना बरामद किया.
इसके बाद अन्य आरोपियों पंकज कुमार (23) और राहुल कुमार ऊर्फ कबूतर (19) को भी गिरफ्तार किया गया. उनकी निशानदेही पर चार और मोटरसाइकिलें, 7 मोबाइल फोन और 4,900 रुपये नकद बरामद किए गए. पुलिस के अनुसार, पकड़े गए आरोपियों में से कुछ पहले भी जेल जा चुके हैं. रिहाई के बाद वे फिर से अपराध में लिप्त हो गए थे.
इनकी गिरफ्तारी से बिंदापुर, डाबरी, उत्तम नगर, तिलक नगर और साउथ कैंपस क्षेत्रों के कई मामलों को सुलझाने में सफलता मिली है. फिलहाल पुलिस इस मामले में अन्य संभावित सहयोगियों और गिरोह के नेटवर्क की जांच कर रही है. अधिकारियों का कहना है कि इस कार्रवाई से क्षेत्र में स्नैचिंग और चोरी की घटनाओं में कमी आएगी.