Delhi Crime: दिल्ली पुलिस ने आईफोन स्नैचर्स का किया भंडाफोड़, गफ्फार मार्केट से ऐसे पूरे देश में सप्लाई किए जाते थे मोबाइल
Delhi Crime News: आरोपी ने बताया कि वो गफ्फार मार्केट में स्नैच किये गए मोबाइल फोन की खरीद-बिक्री का काम करता है. उसने बताया कि एंड्रॉइड फोन को वो अपने काउंटर से ही बेच देता था.
Delhi Police News: साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट की एंटी स्नैचिंग सेल की टीम ने एप्पल आईफोन स्नैचर्स और रिसीवरों के एक बड़े सिंडिकेट का पर्दाफाश करते हुए 05 आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई. कब्जे से 50 एप्पल आईफोन सहित 78 मोबाइल फोन, आईफोन के 56 सिम ट्रे, 82 बॉडी पार्ट्स, 33 डिस्प्ले, 65 मदर बोर्ड, 33 कैमरा, 35 बैटरी और वारादत में उपयोग 03 स्कूटी-बाइक बरामद की गई. चोरी/स्नैच किये गए एंड्रॉइड फोन को करोल बाग के गफ्फार मार्केट स्थित एक काउंटर से बेच दिया जाता था, जबकि आईफोन के पार्ट्स को दिल्ली से पूरे भारत मे सप्लाई किया जाता था.
आईफोन डिस्मेंटल कर करते थे पूरे भारत मे सप्लाई
डीसीपी मनोज सी. के अनुसार, इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की पहचान पहाड़गंज के अक्षय उर्फ कालू, करोलबाग के भरत उर्फ नितिन उर्फ पवन, आशीष कुमार उर्फ गबरू, अर्जुन शंकर और गौतमबुद्ध नगर, यूपी के रजत राणा के रूप में हुई है. अक्षय और भरत मोबाइक चोरी/स्नैचिंग का काम करते थे, जबकि आशीष उन्हें वारादत को अंजाम देने के लिए बाइक-स्कूटी मुहैय्या करवाता था.
वहीं चोरी/स्नैच किये गए फोन को कमीशन के आधार पर अर्जुन शंकर को बेच देता था. अर्जुन एंड्रॉइड मोबाइल को अपने काउंटर से ही बेच दिया करता था, जबकि आईफोन को वो गफ्फार मार्केट में ही रजत राणा को सप्लाई कर देता था, जो आगे उसे डिस्मेंटल कर पार्ट्स के रूप के दिल्ली सहित देश भर में सप्लाई करता था. इनकी गिरफ्तारी से दिल्ली के 09 जिलों और यूपी के कुल 75 मामलों का खुलासा हुआ है.
एंटी स्नैचिंग सेल थी सक्रिय
डीसीपी ने बताया कि जिले में स्नैचिंग की बढ़ती वारदातों को देखते हुए एसीपी ऑपरेशन देवेंन्दर कुमार सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर मुकेश कुमार के नेतृत्व में एसआई बच्चू सिंह, एएसआई होशियार सिंह, अमित, हेड कॉन्स्टेबल कृष्ण, नंद किशोर और अन्य की टीम का गठन किया गया था. पुलिस टीम घटनास्थल और उसके आसपास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेजों की जांच कर टेक्निकल सर्विलांस और लोकल इंटेलिजेंस की सहायता से सक्रिय चोर/स्नैचर्स के बारे में जानकारियों को विकसित करने में जुटी हुई थी.
इसी दौरान 09 फरवरी को साउथ कैंपस थाने में स्नैचिंग की एक शिकायत दर्ज कराई गई. जिसमें शिकायतकर्ता ने बताया कि मोती नगर बस स्टैंड के पास बाइक सवार दो लड़कों ने उनसे उनका मोबाइल छीन लिया. शिकायतकर्ता के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर टीम को जांच में लगाया गया.
ऐसे हुआ भंडाफोड़
जांच के दौरान टेक्निकल सर्विलांस और सीसीटीवी फुटेज की सहायता से पुलिस टीम ने दो आरोपियों अक्षय उर्फ कालू और भरत उर्फ नितिन की पहचान होने के बाद उनके ठिकानों पर छापेमारी कर उन्हें दबोच लिया. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वो अब तक कई मोबाइल स्नैचिंग की वारदातों को अंजाम दिया है और आगे उन मोबाइल फोन को उन्होंने करोलबाग स्थित गफ्फार मार्केट के एक रिसीवर अर्जुन को बेचा था. जिस पर पुलिस ने गफ्फार मार्केट में छापा मार कर अर्जुन शंकर को गिरफ्तार कर लिया और उसके कब्जे से 6 मोबाइल फोन बरमाद किया.
पूछताछ में अर्जुन ने बताया कि वो गफ्फार मार्केट में चोरी/स्नैच किये गए मोबाइल फोन की खरीद-बिक्री का काम करता है. उसने बताया कि एंड्रॉइड फोन को वो अपने काउंटर से ही बेच देता था, लेकिन आईफोन को वो गफ्फार मार्केट में ही ऑरिजिनल एप्पल बॉडी पार्ट्स के नाम की शॉप चलाने वाले रजत राणा को बेचा करता था. इस जानकारी के आधार पर पुलिस ने रजत राणा की शॉप पर रेड डाल कर उसे दबोच लिया और उसके कब्जे से भारी संख्या में एप्पल आईफोन और उसके पार्ट्स बरामद किए.
बरामद सभी पार्ट्स को डैमेज हुए फोन या चाइनीज मदरबोर्ड में असेंबल किया जाता था. आरोपी रजत ने बताया कि वो अर्जुन और कुछ अन्य लोगों से भी चोरी/स्नैच किये गए आईफोन लेता था और फिर उन्हें खोल कर अच्छे मुनाफे में दिल्ली से पूरे भारत मे सप्लाई करता था.
पूछताछ में हुआ ये खुलासा
आगे की पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि आशीष उर्फ गबरू नाम का शख्स इनके बीच कड़ी का काम करता था. आशीष स्नैचर्स को स्कूटी और बाइक उपलब्ध करवाता था और फिर उनसे स्नैच किये गए फोन को कमीशन बेसिस पर रिसीवरों को बेच देता था. आरोपियों से मिली इस जानकारी के आधार पर पुलिस ने छापेमारी कर आशीष उर्फ गबरू को भी गिरफ्तार कर लिया. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने 04 मोबाइल सहित अपराधों में इस्तेमाल हुई एक केटीएम बाइक और दो एन्टोर्क स्कूटी बरामद की.
जांच में आरोपी अक्षय उर्फ कालू पर हत्या और स्नैचिंग के मामलों में लिप्त होने का पता चला, जबकि आरोपी भरत उर्फ नितिन दिल्ली के अलग-अलग थानों में दर्ज 35 आपराधिक मामलों में शामिल रहा है. ये आरोपी पहाड़गंज थाना इलाके का घोषित बैड करेक्टर भी है. इनके काम करने के तरीकों के विश्लेषण से पुलिस को पता चला कि ये सभी आपस में एक चेन बना कर इस आपराधिक गतिविधि को अंजाम दे रहे थे. इस मामले में पुलिस इन आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की जांच में जुट गई है.
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