Delhi News: राजधानी दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में डेढ़ महीने के बच्चे को चुराने के मामले में पुलिस ने एक महिला को सद्भावना एक्सप्रेस से गिरफ्तार किया है. महिला ने अस्पताल में बच्चे के माता-पिता से दोस्ती की. इसी दोस्ती की आड़ में उनका बच्चा चुराकर भाग गई. हालांकि दिल्ली पुलिस और रेलवे पुलिस की मुस्तैदी के कारण यह महिला 24 घंटे के भीतर ही गिरफ्तार हो गई.
दक्षिण-पश्चिम दिल्ली की डीसीपी आकांक्षा यादव ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, ''15 नवंबर को तकरीबन 3 बजे हमें PCR कॉल मिली जिसमें बताया गया कि एक अज्ञात महिला द्वारा सफदरजंग अस्पताल से एक 1.5 महीने की बच्चे को चुराया गया है. थाने और चौकी की टीम हरकत में आई. अस्पताल पहुंची तो पता चला कि डेढ़ बजे एक अज्ञात महिला बच्चे के माता-पिता से मिलती है. उनसे दोस्ती करती है. माता-पिता का भरोसा जीत लेती. वहीं बच्चे को खिलाने लगती है.''
डीसीपी ने आगे बताया, ''माता-पिता को असामान्य बात नहीं लगती. बच्चे को लेकर आगे जाती है और एक व्यक्ति के साथ ऑटो में लेकर फरार हो जाती है. हमने अस्पताल का फुटेज देखा. ऐसा लगा कि यह सोची समझी साजिश के तहत किया गया था. उसके बाद थाने ने एक्शन लिया. हमने अलग-अलग टीमें बनाईं. हम आनंद विहार गए. रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी को चेक किया. महिला ने सद्भावना एक्सप्रेस ली थी.''
ट्रेन में चलाई गई व्यापक तलाशी
डीसीपी आकांक्षा यादव ने बताया, ''रेलवे, जीआरपी और टीटीई के सहयोग से पूरा सर्च ऑपरेशन चलाया. हालांकि इस आरोपी जोड़े ने अपना हुलिया बदल लिया था. थोड़ा टाइम लगा. शाहजहांपुर में हमने कपल को पकड़ लिया और बच्चे को बचाया. चलती ट्रेन में तलाशी अभियान चलाया गया. लोकल टीम ने सहायता की, एक्सट्रा स्टाफ लगाया.''
ट्रेन में बदला महिला ने हुलिया
महिला ने अस्पताल में सफेद रंग का चूड़ीदार पहना हुआ था. जब ट्रेन में मिली थी तो शॉट्स में थी. वेस्टर्न कपड़ा पहन रखा था. जिससे कि कोई पहचान ना सके. नजर में ना आए. अपहऱण के पीछे क्या मकसद था? इस बारे में पूछे जाने पर आकांक्षा यादव ने कहा, ''अभी जांच चल रही है कि ये किस तरह ऑपरेट कर रहे थे. क्या मकसद था. ''
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