Delhi Police Arrest Bangladeshi: दिल्ली साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट की आर के पुरम थाने की टीम ने एक विशेष अभियान के तहत अवैध रूप से रह रहे एक बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया है. इसकी पहचान, अफाजुद्दीन गाज़ी (40 वर्ष) के रूप में हुई है. इसने वर्ष 2022 में भारत में गैरकानूनी तरीके से प्रवेश किया था, जिसके बाद यह दिल्ली आया और तब से यह यहां रह रहा था.


कैसे पकड़ा गया अवैध घुसपैठिया?


डीसीपी सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि, दिल्ली पुलिस ने अवैध रूप से रह रहे विदेशियों की निगरानी के लिए विशेष अभियान चलाया है और लगातार उनकी धरपकड़ जारी है. इसी कड़ी में एसएचओ आर के पुरम रवींद्र कुमार त्यागी के नेतृत्व में गठित टीम को गुप्त सूचना मिली कि एक संदिग्ध व्यक्ति आर. के पुरम के मोहम्मदपुर में कबाड़ खरीदते देखा गया है. इस सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे दबोच लिया. पूछताछ में उसने खुद को पश्चिम बंगाल के मालदा जिले का निवासी बताया, लेकिन गहन और सख्त जांच एवं पूछताछ के बाद उसकी असली पहचान उजागर हुई.


कैसे आया था भारत?


पूछताछ में अफाजुद्दीन गाज़ी ने स्वीकार किया कि वह मूल रूप से गांव सईगुरा, थाना मुंशीगंज, जिला ढाका (बांग्लादेश) का निवासी है. उसने बताया कि वह 2022 में बांग्लादेश-भारत सीमा (बेनापोल-पेट्रापोल बॉर्डर) पार कर अवैध रूप से भारत में दाखिल हुआ था. इसके लिए उसने एक दलाल रफीक को 4,000 रुपये दिए थे, जिसने रात के अंधेरे में सीमा पर लगी कंटीली तार काटकर उसे और तीन अन्य लोगों को भारत में प्रवेश कराया.


इसके बाद वे बस टर्मिनल तक पहुंचे और वहां से वह ट्रेन के जरिए दिल्ली आ गया. दिल्ली में उसने पुरानी दिल्ली समेत कई इलाकों में काम किया और फिलहाल वह कबाड़ बीनने का काम कर रहा था. वह रोजाना विभिन्न बाजारों और कॉलोनियों से कबाड़ खरीदने जाता था.


डिपोर्टेशन की प्रक्रिया शुरू


गिरफ्तारी के बाद अफाजुद्दीन गाज़ी को आर. के पुरम स्थित FRRO में पेश किया गया, जहां उसके भारत में रहने पर रोक लगाते हुए उसे शाहजादा बाग, दिल्ली स्थित सेवा सदन में रखने का आदेश दिया गया है. उसे जल्द ही बांग्लादेश डिपोर्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.



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