सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट के करोल बाग थाने की पुलिस टीम ने एक ऐसे शातिर चोर को गिरफ्तार किया है, जो एटीएम में पैसा निकालना के लिए पहुंचे लोगों की मदद के बहाने उनका एटीएम/डेबिट कार्ड बदल देता था और फिर पीड़ित के खाते को खाली कर देता था.

 

इस मामले में गिरफ्तार आरोपी की पहचान राजेंद्र कुमार मीणा उर्फ़ एटीएम उर्फ राजू के रूप में हुई है. यह राजस्थान के नीम का थाना जिले का रहने वाला है. इसके कब्जे से 192 डेबिट कार्ड, साढ़े 24 हजार रुपए नकद और एक सोने की बाली बरामद की गयी है.

 

हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान के लगभग डेढ़ दर्जन मामलों का खुलासा

डीसीपी एम. हर्षवर्धन के अनुसार इस पर राजस्थान और दिल्ली में दो दर्जन से भी अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं. इसकी गिरफ्तारी से दिल्ली पुलिस ने हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान के अलग-अलग स्थान के लगभग डेढ़ दर्जन मामलों का खुलासा करने में कामयाबी पाई है. आरोपी एक्स आर्मी मैन है और इसने 18 वर्षों तक भारतीय सेना में अपनी सेवा दी है, लेकिन इस पर लगे चोरी एवं अन्य आपराधिक मामलों के कारण इसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था.

 

कार्ड बदल कर उड़ाए 22 हजार

डीसीपी ने बताया की 5 मई को करोल बाग थाने की पुलिस को दी गई शिकायत में एक शिकायतकर्ता ने बताया कि, 16 अप्रैल को करोल बाग के गफ्फार मार्केट स्थित कोटक महिंद्रा बैंक के एटीएम पर किसी अज्ञात शख्स ने उनका डेबिट कार्ड बदल लिया और फिर उस कार्ड से बैंक ऑफ़ बड़ौदा के एटीएम मशीन से 22200 रुपए निकाल लिए. पीड़ित के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की गई. इसके लिए एसीपी करोल बाग अजय कुमार की देखरेख और एसएचओ दीपक मलिक के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया था.

 

सीसीटीवी फुटेज से हुई शातिर चोर की पहचान

पुलिस टीम निरंतर प्रयास करते हुए घटनास्थल यानी की कोटक महिंद्रा बैंक एटीएम के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच कर संदिग्ध आरोपी के आगे और पीछे के रूट का पता करने में जुट गई. टीम ने कई कई सीसीटीवी फुटेजों का विश्लेषण किया. आखिरकार उन्हें सफलता मिली और टीम को एक फुटेज में संदिग्ध नजर आया, जिसकी पहचान राजेंद्र कुमार मीणा उर्फ एटीएम उर्फ राजू के तौर पर हुई. आरोपी की पहचान होते ही पुलिस ने सूत्रों को सक्रिय किया, जिससे उन्हें आरोपी के इलाके में ही कोटक महिंद्रा बैंक एटीएम के पास मौजूदगी का पता चला.

 

इस जानकारी पर त्वरित प्रतिक्रिया करते हुए पुलिस ने ट्रैप लगाकर आरोपी को करोल बाग के सीजीएचएस डिस्पेंसरी के पास से दबोच लिया. उसकी तलाशी में पुलिस को 192 डेबिट कार्ड और साढ़े 24 हजार रुपए बरामद हुए, जिसे जब्त कर पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया.

 

मदद के बहाने कार्ड को बदल देता था

पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह पूर्व भारतीय सैनिक है, लेकिन उस पर लगे आपराधिक आरोपों की वजह से उसे सेवा से निकाल दिया गया था. आरोपी ने वारदात को अंजाम देने के तरीके का खुलासा करते हुए बताया कि वह एटीएम मशीन में एक उपकरण लगा देता था और फिर अपने शिकार के मशीन तक आने का इंतजार करता था. इसका शिकार जब पैसे निकालने के लिए एटीएम मशीन में कार्ड डालता था तो ट्रांजैक्शन को मशीन द्वारा डिक्लाइन बताया जाता था. इस पर वह शिकार की मदद के बहाने डेबिट कार्ड को बदल देता था और दूसरे एटीएम मशीन से पैसे निकाल लेता था.

 

आरोपी चोरी के पैसों से करता था गांव के गरीबों की मदद

उसने बताया कि वह इन पैसों से गरीब लोगों की मदद करता है और अपने गांव में रॉबिन हुड की तरह मशहूर है वह अपने गांव के लोगों की बहुत सहायता करता है और उनके पर पैसे भी खर्च करता है. वह गांव से पंचायत चुनाव में सरपंच के पद पर चुनाव लड़ने की योजना बना रहा था। इस मामले में पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर आगे की जांच में ड्यूटी हुई है.