Cyber Fraud: मोटे मुनाफे का लालच देकर 19 लाख की ठगी, 5 गिरफ्तार, चीन से जुड़े हैं ठगों के तार
Cyber Crime News: डीसीपी सुरेंद्र चौधरी के अनुसार लोगों को ऐप के जरिए फर्जी स्टॉक मार्केट ट्रेनिंग सेशन्स में शामिल होने के लिए कहा जाता है. फिर मोटे मुनाफे का लालच देकर उन्हें निवेश के लिए कहा जाता है.
Cyber Crime Delhi: साइबर ठगों ने स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट और उसमें मोटा मुनाफे का झांसा देकर ठगी को अपना हथकंडा बना लिया है. काफी लोग इसके शिकार भी हो चुके हैं. ऐसे में अगर आप भी किसी अंजान शख्स के बहकावे में आकर स्टॉक मार्केट में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो सावधान रहें. नहीं तो आप अपनी गाढ़ी कमाई से हाथ धो सकते हैं.
जी हां, साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट की साइबर सेल पुलिस ने इसी तरह के ठगी के एक मामले का खुलासा किया है. इस मामले के आरोपी ठगों के तार न केवल पंजाब, जम्मू और कश्मीर बल्कि चीन से भी जुड़े हैं.
इस मामले में पुलिस ने अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनकी पहचान, रावित कुमार, स्वर्णप्रीत सिंह, मनप्रीत सिंह, जसपाल सिंह और वंश गुप्ता के रूप में हुई है. सभी पंजाब और जम्मू-कश्मीर के रहने वाले हैं. पुलिस ने छापेमारी कर इन सभी को गिरफ्तार करने में कमायाबी पाई है.
6 मोबाइल फोन और लैपटॉप बरामद
आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने छह मोबाइल फोन और एक लैपटॉप बरामद किए हैं. इनकी गिरफ्तारी से पुलिस ने न केवल 19.27 लाख रुपये की ठगी का खुलासा किया है, बल्कि 2.59 करोड़ की चीटिंग के मामलों का भी पता चला है. एनसीआरपी पर इसी तरह की ठगी और आरोपी द्वारा इस्तेमाल किए गए बैंक खाते के माध्यम से देश भर में ठगी के 68 मामले दर्ज पाए गए हैं.
ठग देते हैं मोटे मुनाफे का लालच
डीसीपी सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि इस स्कैम में लोगों को वाट्सएप ग्रुप्स के जरिए फर्जी स्टॉक मार्केट ट्रेनिंग सेशन्स में शामिल होने के लिए कहा जाता था. जिसमें मोटे मुनाफे का लालच देकर लोगों को इन्वेस्टमेंट के लिए प्रेरित किया जाता था. लोगों को झांसे में लेने के बाद उनसे एक एप डाउनलोड कराया जाता था और फिर इन्वेस्टमेंट के नाम पर उन्हें खातों में पैसे ट्रांसफर करने के लिए कहा जाता था, जो आरोपी के नियंत्रण में होता है.
19.27 लाख रुपये की धोखाधड़ी
डीसीपी ने बताया कि, 18 अक्टूबर 2024 को पालम कॉलोनी के साध नगर में रहने वाले एक शिकायतकर्ता ने साइबर थाने की पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि 10 जुलाई, 2024 को व्हाट्सएप पर एक महिला ने उनसे संपर्क किया, जिसने खुद को एक लीड एनालिस्ट के सहायक के रूप में पेश किया. उसने रेकमेंडेड प्रॉफिटेबल स्टॉक में इन्वेस्टमेंट पर मोटे मुनाफे का झांसा दिया. इसके बाद उन्हें Z3 टाइगर ग्लोबल इन्वेस्टमेंट एक्सचेंज नाम के एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया, जिसने शेयर बाजार में महत्वपूर्ण लाभ कमाने के लिए टिप्स दिया गया.
वर्चुअल शेयर मार्केट ट्रेनिंग के बाद उसे 11 जुलाई, 2024 को टाइगर ग्लोबल नामक एक मोबाइल एप्लिकेशन डाउनलोड करने का निर्देश दिया गया. ठगों ने उन्हें चीट करते हुए उनसे 19.27 लाख रुपये की ठगी को अंजाम दे डाला. शिकायतकर्ता के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की गई.
जांच के दौरान पता चला कि ठगी की गई रकम का एक बड़ा हिस्सा शिकायतकर्ता के बैंक खाते से पंजाब के लुधियाना स्थित बंधन बैंक के एक खाते में ट्रांसफर किया गया था. यह खाता फर्म मेसर्स रवि रियल एस्टेट के नाम से पंजीकृत था, जिसका पंजीकृत मालिक रवित कुमार था. आगे के विश्लेषण से पता चला कि ठगी की गई धनराशि कई खातों के माध्यम से भेजी गई थी, संदिग्ध खाते में लगभग 2.59 करोड़ रुपयेका बड़ा लेन-देन पाया गया. सभी लिंक किए गए मोबाइल नंबरों की तकनीकी निगरानी की गहराई से जांच की गई, जिससे महत्वपूर्ण तकनीकी सुराग मिले और दिल्ली, पंजाब और जम्मू-कश्मीर में छापेमारी कर कुल पांच आरोपियों को दबोच लिया गया.
आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि ठगी के तार चीन से जुड़े हैं, जहां बैठा मास्टरमाईंड भारत मे अपने सहयोगियों और उनके द्वारा उपलब्ध कराए गए बैंक खातों के माध्यम से इस पूरी ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं.
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