Delhi Laxmi Nagar kidnapping Case: पूर्वी दिल्ली के शकरपुर इलाके में दो बच्चों की किडनैपिंग और फिरौती के मामले को सुलझाते हुए दिल्ली पुलिस ने आरोपी प्रदीप को गिरफ्तार कर लिया है. शातिर आरोपी तक पहुंचने से पहले पुलिस ने 100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की जांच की. शातिर आरोपी ने सनसनीखेज तरीके से दो बच्चों के अपहरण की घटना को अंजाम देकर बच्चों के माता-पिता के होश उड़ा दिए थे.
दरअसल, दिल्ली पुलिस को 28 जून की रात करीब 10 बजकर 40 मिनट पर एक किडनैपर सड़क किनारे खड़ी गाड़ी लेकर फरार हो गया. गाड़ी में दो बच्चे भी थे. इसमें एक 11 साल की बच्ची और एक 3 साल का बच्चा है.
पुलिस को जानकारी मिलते ही पूरे ईस्ट डिस्ट्रिक्ट के स्टाफ को एक्टिव किया गया और कार की GPRS लोकेशन का पीछा करना शुरू किया गया. दिल्ली पुलिस की 20 गाड़ियों ने अलग अलग डायरेक्शन से इस कार को घेरा और करीब तीन घंटे के बाद समयपुर बादली से गाडी को सकुशल बच्चों समेत रिकवर किया.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक फरीदाबाद का रहने वाला परिवार दिल्ली के कड़कड़डूमा में शिव टिक्की की दुकान पर आया था और फिर वहां से हीरा स्वीट मिठाई लेने गए थे. उस दौरान गाड़ी में बच्चों को बैठाकर सड़क किनारे अपनी इको स्पोर्ट्स गाड़ी खड़ी कर हीरा स्वीट में गए थे. गाड़ी ऑन थी, लेकिन पांच मिनट बाद जब दंपत्ति मिठाई लेकर बाहर आए तो उनकी गाड़ी और बच्चे दोनों गायब थे.
50 लाख की मांगी थी फिरौती
दिल्ली पुलिस के मुताबिक किडनैपर गाड़ी में ये बोलकर बैठा था कि वो कार को पार्किंग में खड़ी करने के लिए ले जा रहा है. उसके बाद उसने हथियार दिखाकर बच्चों को धमकाया और बच्ची से उसके पिता का नंबर लेकर उनसे 50 लाख की फिरौती की मांग की.
किडनैपर बच्चों की मां के फोन से ही फिरौती के लिए कॉल कर रहा था. पुलिस उस नंबर को भी सर्विलांस पर लिया. इसके बाद पुलिस को लोकेशन मिलने लगी, जिसके बाद पुलिस की करीब 20 गाड़ियों ने कई किलोमीटर तक पीछा कर बच्चों और गाड़ी को सकुशल बरामद किया.
पुलिस ने किडनैपर को ऐसे किया गिरफ्तार
उस समय पुलिस ने गाड़ी और बच्चों को तो बरामद कर लिया, लेकिन किडनैपर पुलिस की गिरफ्त से दूर था. सात दिन की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने आरोपी प्रदीप को गिरफ्तार कर लिया.
इस शातिर अपराधी को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने सबसे पहले 11 साल की बच्ची से अपराधी के हुलिए के बारे में जानकारी ली. बच्ची से मिली जानकारी के बाद पुलिस ने 28 जून की रात आठ बजे के बाद से हीरा स्वीट्स के आसपास की सीसीटीवी कैमरे की फुटेज की जांच शुरू की. पुलिस के मुताबिक तकरीबन 100 सीसीटीवी कैमरे की फुटेज की जांच के बाद दिल्ली पुलिस को संदिग्ध घूमता हुआ नजर आया. इसके बाद पुलिस ने बच्ची को वो तस्वीर दिखाई. बच्ची द्वारा तस्वीर की तस्दीक करने के बाद पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गई.
आरोपी तक पहुंचाने के लिए पुलिस ने कुछ और पहले के सीसीटीवी फुटेज को खंगालना शुरू किया और फिर रूट के हिसाब से ट्रैक करते हुए पुलिस को पता चला कि आरोपी मंडावली इलाके में शाम करीब सात बजे नजर आया था. इसके बाद पुलिस ने मंडावली में आरोपी को ट्रैक करना शुरू किया और फिर चार जुलाई की देर रात पुलिस आरोपी के घर पहुंच गई और उसे पकड़ लिया.
डीसीपी ईस्ट अपूर्वा गुप्ता ने बताया कि आरोपी का नाम प्रदीप श्रीवास्तव है. उसने अकेले ही इस वारदात को अंजाम दिया था. मंडावली इलाके में प्रदीप अपने परिवार समेत रहता था. प्रदीप के साथ उसकी पत्नी और बच्चे भी रहते हैं. पिछले कुछ समय से प्रदीप की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं चल रही थी. प्रदीप ने जो भी काम किया, उसमें उसे नुकसान हुआ था. घर का खर्च चलाने के लिए प्रदीप ने कभी टैक्सी चलाई तो कभी AC रिपेयर का काम किया, तो कभी डिलिवरी बॉय का भी काम किया. पुलिस के मुताबिक प्रदीप पर कुछ कर्ज भी था. जिसके बाद प्रदीप ने जल्द और आसानी से पैसा कमाने के लिए क्राइम करने की साजिश रची.
अब किडनैपर से पुलिस कर रही पूछताछ
इसके लिए प्रदीप ने 28 जून की शाम सात बजे एक बैग में मीट काटने वाला चाकू और हथौड़ी रखी और घर से निकल पड़ा और लक्ष्मी नगर में करीब तीन घंटे तक इधर-उधर टहलता रहा. तभी रात 10 बजकर 30 मिनट पर जैसे ही उसकी नजर उस कार पर पड़ी, जिसमें सिर्फ दो बच्चे बैठे थे और उसने देखा कि कार की चाबी भी लगी हुई है, तो उसने तुरंत कार समेत बच्चों को अगवा कर लिया.
जब हर रास्ते पर उसे पुलिस नजर आने लगी तो बादली स्टेशन के पास, उसने बच्चों को और गाड़ी को छोड़ मौके से भाग निकला था. फिलहाल, पुलिस प्रदीप से पूछताछ कर रही है. पुलिस के मुताबिक प्रदीप के खिलाफ इससे पहले कोई भी आपराधिक मामला दर्ज नहीं है.