स्पेशल सेल के अनुसार, अमित डागर और अंकित नजफगढ़ के झरोदा कलां गांव के रहने वाले हैं. ये दोनों हाल ही में बाबा हरिदास नगर इलाके में हुई दो फायरिंग की वारदातों के मास्टरमाइंड थे. पहली घटना 10 मार्च 2025 को हुई थी, जब एक प्रॉपर्टी डीलर की कार पर अज्ञात हमलावरों ने गोलियां बरसा दीं. दूसरी घटना 16 मार्च को एक और प्रॉपर्टी डीलर के घर फायरिंग की थी. इन घटनाओं ने इलाके में दहशत फैला दी थी.
गैंगस्टर काला और जठेड़ी गैंग से संबंध
पुलिस जांच में सामने आया कि अमित डागर और अंकित न केवल वारदातों में शामिल थे, बल्कि दोनों जेल में बंद गैंगस्टर ओमप्रकाश उर्फ काला और संदीप उर्फ काला जठेड़ी गैंग से भी जुड़े हुए हैं. दोनों इलाके में गैंग की धमक बनाए रखने और उगाही के लिए लगातार फायरिंग और डराने-धमकाने की वारदातें कर रहे थे.
सूचना के बाद बिछाया गया था जाल
स्पेशल सेल, साउथ-वेस्टर्न रेंज की टीम को 22 मार्च की शाम गुप्त सूचना मिली कि दोनों आरोपी धूलसिरास, छावला इलाके में आने वाले हैं. इसके बाद दिल्ली पुलिस ने जाल बिछाया. रात करीब 10 बजे जैसे ही दोनों आरोपी स्कूटी पर पहुंचे, पुलिस टीम ने उन्हें रोकने की कोशिश की. जवाब में आरोपियों ने पुलिस पर तीन राउंड फायरिंग कर दी. पुलिस ने भी आत्मरक्षा में पांच राउंड फायर किए. मुठभेड़ में दोनों आरोपियों के पैरों में गोली लगी और टीम ने उन्हें दबोच लिया.
कई वारदातों में वांटेड थे आरोपी
पकड़े गए दोनों आरोपी क्षेत्र में दहशत फैलाकर उगाही करने की वारदातों में लिप्त थे. इनके द्वारा इस्तेमाल की गई स्कूटी भी चोरी की निकली, जिसकी शिकायत पहले ही दर्ज थी. पुलिस ने दोनों के खिलाफ FIR संख्या 92/25 दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है. साथ ही, दोनों के बाकी साथियों और गैंग के नेटवर्क को भी खंगाला जा रहा है.
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में कहा
इस ऑपरेशन की जानकारी देते हुए दिल्ली पुलिस के ACP संजय दत्त ने कहा कि इन दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी से नजफगढ़ और आसपास के इलाकों में आतंक फैलाने वाले गैंग के मंसूबों पर पानी फिर गया है. हम आगे भी इस गैंग से जुड़े अन्य आरोपियों की तलाश में जुटे हुए हैं.
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