Delhi Crime News: दिल्ली में उत्तर-पश्चिम जिला के अशोक विहार थाने की पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने चार से फरार चल रहे कैदी को धर दबोचा. कैदी की पहचान विजय उर्फ बबलू के रूप में हुई है. विजय हत्याकांड का सजायाफ्ता मुजरिम है. अदालत ने आजीवन उम्र कैद की सजा सुनाई थी. कैदी यूपी के बरेली का रहने वाला है. पैरोल पर जेल से बाहर निकलने के बाद कैदी फरार हो गया था.  


पुलिस ने मध्य प्रदेश के रीवा से विजय को गिरफ्तार किया. अशोक विहार पुलिस को विजय चार वर्षों से चकमा दे रहा था. डीसीपी अभिषेक ढाणियां ने बताया कि हत्याकांड का सजायाफ्ता मुजरिम मंडोली जेल नंबर 14 में बंद था. दिल्ली हाईकोर्ट से 3 सप्ताह की पैरोल मिलने के बाद बाहर निकला. पैरोल अवधि पूरी होने पर जेल में सरेंडर करने के बजाय विजय फरार हो गया. पुलिस को फरार मुजरिम की चार से तलाश थी. उन्होंने बताया कि गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम का गठन किया गया था. 


चार साल से फरार चल रहे बदमाश को पुलिस ने किया गिरफ्तार


टीम में एसआई रवि शंकर, हेड कॉन्स्टेबल राजन और कॉन्स्टेबल भूपेश शामिल थे. जांच पड़ताल के दौरान कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स खंगाला गया. फील्ड इंटेलिजेंस की भी मदद ली गई. आखिरकार फरार मुजरिम को पुलिस की टीम ने मध्य प्रदेश के रीवा से गिरफ्तार कर लिया. विजय रीवा में पहचान बदलकर रह रहा था.


डीसीपी ने बताया कि गिरफ्तारी के बाद मेडिकल जांच की प्रक्रिया पूरी हो गई है. अब दोबारा मंडोली जेल नंबर 14 में वापस विजय को भेजा जा रहा है. पुलिस विजय के खिलाफ आगे की कार्रवाई में जुट गई है. हत्याकांड के फरार मुजरिम की गिरफ्तारी को डीसीपी ने बड़ी सफलता बताया है. उन्होंने कहा कि विशेष टीम की कड़ी मेहनत का नतीजा है.  


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