Delhi Cyber Fraud News Today: दिल्ली पुलिस ने साइबर फ्रॉड के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने रविवार (7 जुलाई) को बिहार और झारखंड से साइबर फ्रॉड करने वाले 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपी कमीशन पर बैंक खातों की जानकारी बेच देते थे.


इसका खुलासा करते दिल्ली पुलि के अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों की पहचान रौशन कुमार शुक्ला, शिवेंद्र कुमार, तुषार कर्मकार, सागर कर्मकार, राहुल पात्रो और राजू पात्रो के रूप में हुई है.


ऑनलाइन विज्ञापन से झांसा
आरोपियों के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि शिकायतकर्ता ने एक ऑनलाइन विज्ञापन देखा था. इस विज्ञापन के जरिये किसी ने बीमार रिश्तेदार के इलाज के लिए फाइनेंशियल मदद मांगी थी. पुलिस के मुताबिक, इसी विज्ञापन के नीचे शिकायतकर्ता महिला ने अपनी जानकारी को शेयर कर दिया.


मदद के नाम पर तीन लाख की ठगी
डीसीपी (दक्षिण-पश्चिम) रोहित मीना ने बताया कि बीते साल 2 दिसंबर को महिला के पास एक अनजान नंबर से कॉल आई. कॉल करने वाले ने शिकायतकर्ता को बताया कि उसके रिश्तेदार को इलाज के लिए पैसों की सख्त जरुरत है. 


कॉल करने वाले ने ये भी बताया कि मदद के लिए उसका दोस्त रौशन कुमार शुक्ला मदद की नियत से दोबारा कॉल करेगा. कुछ समय बाद शिकायतकर्ता को एक दूसरे नंबर से व्हाट्सऐप पर फोन आया. 
 
पुलिस के मुताबिक, इसके बाद शिकायतकर्ता ने मदद के नाम पर 3 दिसंबर को तीन लाख रुपये ट्रांसफर कर दिया. पैसा मिलते ही आरोपियों ने अपना फोन स्विच ऑफ कर लिया. जिसके बाद पीड़ित ने पुलिस में मामला दर्ज कराया. शिकायत मिलते ही पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दिया.


खाते से आरोपियों का पर्दाफाश
जांच के बाद पुलिस ने आरोपियों के खाते का पता लगा लिया. जांच अधिकारियों ने पाया कि इस संदिग्ध खाते से लगभग 36 लाख रुपये की राशि कई बैंक खातों में ट्रांसफर किए गए थे. इसके बाद पुलिस ने आरोपी रौशन को बिहार के बेतिया से गिरफ्तार कर लिया.


पूछताछ में रौशन ने पुलिस को बताया कि उसने कमीशन बेस पर अपने बैंक खाते की जानकारी आरोपी शिवेंद्र कुमार को शेयर किया था. जबकि उसने यह बैंक खाते की जानकारी दो अन्य आरोपियों मंटू ठाकुर और विकास ठाकुर को शेयर किया. बीते मई के आखिर में पुलिस ने शिवेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया.


कमीशन के लिए शेयर की खाते की जानकारी
मामले में कार्रवाई को लेकर डीसीपी रोहित मीना ने बताया कि इस मामले के दो आरोपी मंटू ठाकुर और विकास ठाकुर हैं. पुलिस के मुताबिक, 27 जून को इस वारदात में शामिल अन्य लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. 


पीटीआई के मुताबिक, जिन्होंने पुलिस को बताया कि उन लोगों ने भी कमीशन के आधार पर बैंक खाते की जानकारी शेयर की है. फिलहाल पुलिस इस साइबर फ्रॉड कड़ी दर कड़ी जोड़ते हुए जांच में जुटी है.


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