Delhi Gang Accomplice Arrested: दिल्ली क्राइम ब्रांच की NR -1 की टीम ने नीरज बवाना गैंग के 2 फरार अपराधियों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है. क्राइम ब्रांच ने अपराधियों से 2 पिस्तौल, 22 जिंदा कारतूस और पुलिस की वर्दी भी बरामद की है. जानकारी के अनुसार अपराधियों के पकड़े जाने से दिल्ली के 02 डकैती के मामले और राजस्थान के एक अंधे डकैती के मामले को सुलझाया गया है. आरोपियों ने अपराध करने के लिए पुलिस की वर्दी का इस्तेमाल किया. अपराधियों से एक हुंडई कार भी बरामद की गयी है. 


डीसीपी के मुताबिक  NR-I, अपराध शाखा, दिल्ली पुलिस की एक  टीम ने कुख्यात नीरज बवाना गिरोह से जुड़े दो वांछित अपराधियों, राहुल उर्फ नक्टा और कमलजीत को गिरफ्तार किया है.  ये व्यक्ति दिल्ली के दो डकैती मामलों में वांछित थे, यानी एफआईआर संख्या 272/23, पीएस रानी बाग और एफआईआर संख्या 278/22, पीएस हरि नगर, दिल्ली. इसके अलावा गिरफ्तारी से राजस्थान में दिनदहाड़े सशस्त्र डकैती की एक वारदात भी सुलझ गई है.  उनके कब्जे से पिस्तौल गोला-बारूद और पुलिस की वर्दी सहित काफी मात्रा में बरामदगी हुई है. प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि आरोपी अपराध करने की साजिश रच रहे थे. 


डीसीपी के मुताबिक  एचसी अमित और एचसी नरेंद्र को मिली  सूचनाओं पर कार्रवाई करते हुए पता चला कि सशस्त्र डकैती के मामलों में पहले से ही वांछित अपराधी इलाके से गुजरने वाले थे. जिसके बाद 9 दिसंबर को  को इंस्पेक्टर पंकज ठाकरान के नेतृत्व में एसआई अमित प्रजापति, एचसी अमित, एचसी नरेंद्र, एचसी राजेश, एचसी त्रिशपाल, एचसी सोनू और सीटी की एक टीम ने छापेमारी की.  जानकारी के अनुसार, अपराधियों को पकड़ने के लिए एक टीम में सुरेन्द्र और  विवेक त्यागी, एसीपी/एनआर-1, क्राइम ब्रांच शामिल थे.


टीम ने खाटू श्याम मंदिर, दिल्ली के पास वाहनों की जांच की. लगभग 11:00 बजे, एक संदिग्ध ग्रे हुंडई i20, जिस पर कोई नंबर प्लेट नहीं थी, बैरिकेड के पास पहुंची. जब रुकने का संकेत दिया गया, तो चालक ने तेजी से भागने का प्रयास किया और बैरिकेड  और डिवाइडर से टकरा गया. 


चेतावनी दिए जाने पर पुलिस टीम पर गोलीबारी की
एक्सीडेंट के बाद  आरोपी राहुल @ नक्टा ने भागने की कोशिश की और आत्मसमर्पण करने की चेतावनी दिए जाने पर पुलिस टीम पर गोलीबारी की. जवाब में, एचसी नरेन्द्र ने हवा में एक चेतावनी गोली चलाई, जिससे टीम उसे काबू करने में सफल रही. साथ ही, दूसरा आरोपी कमलजीत कार से निकला और उसने भी पुलिस पर गोलीबारी की. एचसी अमित और एसआई अमित प्रजापति ने अतिरिक्त चेतावनी गोलियां चलाईं, जिससे कमलजीत को अपना हथियार छोड़कर आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर होना पड़ा और एचसी अमित ने उसे काबू कर लिया. 


पूछताछ के बाद, यह पुष्टि हुई कि राहुल उर्फ नक्टा एफआईआर संख्या 272/23 (थाना रानी बाग) में वांछित था. कमलजीत दो डकैती मामलों में वांछित था: एफआईआर संख्या 272/23 (थाना रानी बाग) और एफआईआर संख्या 278/22 (धारा 392/397/34 आईपीसी, थाना हरि नगर). इन्होंने कोटा, राजस्थान में पहले भी एक अपहरण और डकैती करने की बात कबूल की, जिसे पुलिस कर्मियों के वेश में दिनदहाड़े अंजाम दिया गया था, जो अब तक अनसुलझी घटना थी. 


अपराधियों के बारे में जानकारी 
राहुल उर्फ नक्टा निवासी रामा विहार, कराला, दिल्ली: थाना अमन विहार का एक बदमाश (बीसी), जो पहले 15 से अधिक आपराधिक मामलों में शामिल था. वह 2014-2015 में नीरज बवाना-नवीन उर्फ बाली समूह के सदस्यों के साथ जेल गया था, और उनके गिरोह से जुड़ गया. 


वहीं कमलजीत सिंह निवासी निहाल विहार, दिल्ली: एफआईआर संख्या 272/23 (थाना रानी बाग) और एफआईआर संख्या 278/22 (धारा 392/397/34 आईपीसी, थाना हरि नगर) में वांछित था. 
डीसीपी के मुताबिक अन्य फरार सहयोगियों का पता लगाने के लिए आगे की जांच जारी है.


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