Delhi Crime Latest News: दिल्ली के द्वारका (Dwarka) जिले की एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वाड पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का खुलासा करने में कमायाबी पाई है जो खास तौर पर महिलाओं को अपना शिकार बनाते थे. वे ऑनलाइन डेटिंग एप (Online Dating App) से उनसे दोस्ती करते थे और फिर उन्हें भरोसे में लेकर उनके घर मिलने के लिए जाते थे. जहां वे अपने साथी के साथ मिल कर उन्हें बंदी बना कर लूट-पाट कर चलते बनते थे. इस मामले में पुलिस ने मास्टरमाइंड समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान, विजय कमल कुमार और राहुल के तौर पर हुई है. ये दिल्ली के मोहन गार्डन इलाके के रहने वाले हैं.


डीसीपी अंकित सिंह ने बताया कि आरोपियों के कब्जे से पीड़ितों से ळूटे गए आभूषण, मोबाइल फोन,  क्रेटा कार, फर्जी नम्बर प्लेट और चोरी की एक स्कूटी बरामद की गई है.विजय पर गन पॉइंट पर ज्यूलरी शॉप में लूट समेत कुल चार आपराधिक मामले दर्ज हैं, जबकि राहुल के एक आपराधिक मामले में लिप्त होने का पता चला है. इनकी गिरफ्तारी से दिल्ली के डाबड़ी, द्वारका नॉर्थ, साउथ रोहिणी और नॉर्थ रोहिणी थानों के कुल कुल चार मामलों का खुलासा हुआ है.


पीड़िता से दोस्ती कर लूटे आभूषण, कैश और मोबाइल
डीसीपी ने बताया कि 31 मई को पुलिस को दी गई शिकायत में एक महिला (35) शिकायतकर्ता ने बताया कि "डेटिंग जौमो एप" के माध्यम से वे एक लड़के के सम्पर्क में आई थी, जिससे वे मैसेज से बात किया करती थी. 30 मई की रात 10:30 बजे लड़के की रिक्वेस्ट पर उन्होंने उसे मिलने के लिए अपने घर बुलाया था. वहां वह अपने एक साथी के साथ आया था.


डीसीपी ने बताया कि कुछ देर बात के बाद उन्होंने उसके हाथ-पैर बांध दिए और उसकी पिटाई भी की. जिसके बाद उन्होंने घर में रखे सोने के आभूषण, मोबाइल फोन और 5 हजार नकद लूट लिए और फिर वहां से फरार हो गए. पीड़िता की शिकायत के आधार पर डाबड़ी थाने में मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की गई.


एक के बाद एक लूट को दे रहे थे अंजाम
मामले की गंभीरता को देखते हुए, एसीपी ऑपरेशन रामावतार की देखरेख और एएटीएस के इंचार्ज इंस्पेक्टर कमलेश कुमार के नेतृत्व में एसआई दिनेश कुमार, एएसआई तोपेश, हेड कॉन्स्टेबल जगत, मनीष, मनोज, जयराम और कॉन्स्टेबल शीशपाल की टीम का गठन किया गया था. जिन्होंने शिकायतकर्ता से मुलाकात कर घटनास्थल के पर लगे सीसीटीवी फुटेज हासिल की, जिससे टीम को पता चला कि आरोपी वहां क्रेटा गाड़ी से पहुंचे थे, जिस पर फर्जी नम्बर प्लेट लगी थी.


वहीं पीड़िता से बात करने के लिए आरोपी द्वारा जिस नम्बर का इस्तेमाल किया जा रहा था, उसकी तकनीकी जांच करने पर पता चला कि वह मोबाइल नंबर उनकी अन्य महिला शिकार का है, जो कि रोहिणी सेक्टर 6 की रहने वाली है.


रोहिणी में भी एक महिला से की लूटपाट
रोहिणी की पीड़िता ने बताया कि डेटिंग एप पर एक युवक से दोस्ती के बाद 23 मार्च को वह अपने साथी के साथ उससे मिलने के लिए उंसके घर आया था, और फिर उसकी पिटाई कर उसे बंधक बना लिया और सोने के आभूषण, कैश, मोबाइल आदि लूट कर फरार हो गया था. इसी दौरान टीम को रोहिणी सेक्टर 3 स्थित ज्यूलरी शॉप में गनपॉइंट पर लूट में भी आरोपी के शामिल होने का पता चला, जिसमें 6 गोल्ड चेन आरोपियों ने लूट लिए थे.


लूटे गए फोन से अगले शिकार को करता था फोन
आगे कॉल डिटैल रिकॉर्ड के विश्लेषण से पुलिस को पता चला कि आरोपी ने रोहिणी की जिस महिला शिकायतकर्ता से लूटपाट की थी, उससे बात करने के लिए वह जिस मोबाइल फोन का इस्तेमाल करता था वह सागरपुर इलाके से छीना गया था. आखिरकर लगातार जांच में जुटी पुलिस टीम की मेहनत रंग लाई और 18 जून को पुलिस को एक सूचना प्राप्त हुई, जिससे पुलिस आरोपियों की पहचान के करीब पहुंच गई और मानवीय सूत्रों की सहायता से एक आरोपी राहुल को सफदरजंग अस्पताल के बाहर से दबोचने में कामयाब हुई.


आसानी से पैसा कमाने के लिए करते थे लूटपाट
पूछताछ में उसकी निशानदेही पर पुलिस ने मास्टरमाईंड विजय कमल कुमार को भी विपिन गार्डन इलाके से हिरासत में ले लिया. उसकी निशानदेही पर वारदात में प्रयुक्त फर्जी नम्बर प्लेट लगी क्रेटा गाड़ी और चोरी की एक स्कूटी भी बरामद की गई. पूछताछ में आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल किया और बताया कि जल्दी और आसानी से पैसे बनाने की चाह में उन्होंने महिलाओं से दोस्ती कर लूट की योजना बनाई थी.


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