Delhi News Today: 'कानून के हाथ लंबे होते हैं.' दिल्ली पुलिस ने कहावत को चरितार्थ कर दिया, जब 24 साल पुराने हत्या के एक मामले में आरोपी को धर दबोचा. अपने 3 साथियों के साथ एक व्यक्ति की हत्या करने के बाद आरोपी फरार हो गया था. पुलिस को आरोपी लंबे समय तलाश कर रही थी.
दरअसल ये पूरा मामला 2000 का है, जब केंद्रीय राजधानी दिल्ली में द्वारका के उत्तम नगर इलाके में एक फैक्ट्री कर्मचारी की हत्या कर दी गई थी. इस वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों को दिल्ली पुलिस ने 24 साल बाद बिहार के नालंदा से गिरफ्तार किया गया है. दिल्ली पुलिस ने शनिवार (3 जुलाई) को यह जानकारी दी.
आरोपी ने 2000 में की थी सहकर्मी की हत्या
इस घटनाक्रम का खुलासा करते हुए पुलिस उपायुक्त (अपराध शाखा) सतीश कुमार ने बताया कि साकेंद्र कुमार ने तीन अन्य लोगों के साथ, जिनमें पप्पू यादव, मोंटू यादव और विजय के साथ मिलकर वर्ष 2000 में अपने सहकर्मी रामस्वरूप की कथित तौर पर गला घोंटकर हत्या कर दी थी.
इस वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार चल रहा था और पुलिस लंबे से उसके तलाश में जुटी हुई थी. पुलिस उपायुक्त (अपराध शाखा) सतीश कुमार ने बताया कि हाल ही में दिल्ली पुलिस को साकेंद्र कुमार के ठिकाने के बारे में सूचना मिली थी, जिसके बाद पुलिस टीम ने बिहार के नालंदा स्थित गांव में छापा मारा और उसे गिरफ्तार कर लिया.
आरोपी ने कबूला हत्या का जुर्म
मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक, सहकर्मी हत्या का आरोपी बिहार के नालंदा जिले का रहने वाला है. पुलिस ने बताया कि हत्या के बाद सहकर्मी रामस्वरूप का शव क्षत विक्षत अवस्था में मिला था. जांच के बाद पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन अन्य आरोपी फरार हो गए. इसके बाद कोर्ट ने सभी को भगौड़ा घोषित कर दिया था.
आरोपियों ने वारदात को अंजाम देने के बाद पुलिस से बचने के लिए अलग-अलग शहरों में छिपते रहे. गिरफ्तार आरोपी ने हत्या की बात कबूल कर ली है. पूछताछ में उसने बताया कि सहकर्मी की हत्या गला घोंट कर की गई थी और शव को छिपाकर भाग निकले. हालिया दिनों में वह पटना में एक जगह नौकरी करता था, पुलिस ने सूचना मिलते ही नालंदा से गिरफ्तार कर लिया. मामले में आगे की जांच जारी है.
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