टिल्लू ताजपुरिया गैंग का 2 शार्प शूटर गिरफ्तार, गैंगस्टर अमित लाकड़ा की हत्या में आया था नाम
Delhi Crime: दिल्ली पुलिस के मुताबिक नरेंद्र ताजपुरिया-बंबीहा गिरोह के सदस्यों के संपर्क में था. उसने अमित लाकड़ा की हत्या की साजिश रची थी. अंकित जौरासी ने शूटर निहाल और तुषार की भर्ती की थी.
Delhi Crime News: दिल्ली पुलिस को गैंगस्टर अमित लाकड़ा की हत्या में शामिल 2 और आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है. दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल (दक्षिण पश्चिमी रेंज) के अधिकारियों ने रोहिणी के फिरनी रोड पर मुठभेड़ के बाद दोनों को गिरफ्तार किया. उन्होंने बताया कि 24 वर्षीय नरेंद्र उर्फ खिल्ला और 22 वर्षीय अंकित जौरासी दोनों 9 नवंबर को मुंडका में गोगी गिरोह के सदस्य लाकड़ा की हत्या की साजिश में शामिल था.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक पुलिस को एक गुप्त सूचना मिली थी कि अमित लाकड़ा की हत्या की साजिश रचने और भर्ती करने वाला ताजपुरिया-बंबीहा गिरोह के दो सदस्य दिल्ली के रोहिणी इलाके में फिरनी रोड के पास आने वाले हैं.
पुलिस उपायुक्त (स्पेशल सेल, दक्षिण-पश्चिम) प्रणव तायल ने कहा, "गुप्ता सूचना के आधार पर पुलिस की टीम ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाया. रात 8.20 बजे टीम ने कराला फिरनी रोड पर मोटरसाइकिल पर दो लोगों को जाते देखा. पुलिस ने दोनों से रुकने के लिए कहा, लेकिन खिल्ला और जौरासी ने ऐसा करने के लिए कहे जाने के बावजूद आत्मसमर्पण नहीं किया. इसके उलट दोनों ने पुलिस टीम पर गोलीबारी शुरू कर दी.
डीसीपी तायल ने बताया, "पुलिस ने जवाबी फायरिंग कर आरोपियों को काबू कर लिया. गोलीबारी के दौरान दोनों आरोपियों के पैरों में चोटें आईं." पुलिस के अनुसार सोनीपत निवासी नरेंद्र उर्फ खिल्ला ताजपुरिया-बंबीहा गिरोह के जेल में बंद सदस्यों के सीधे संपर्क में था. उसने लाकड़ा की हत्या की योजना बनाई थी. पानीपत के जौरासी गांव का कथित शार्प-शूटर अंकित जौरासी ही वह व्यक्ति था, जिसने लाकड़ा की हत्या के लिए शूटर निहाल और तुषार को भर्ती किया था.
दिल्ली पुलिस ने बताया कि निहाल को 13 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था, जबकि तुषार को 16 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था.
14 साल से है गोगी और ताजपुरिया के बीच दुश्मनी
बता दें कि जितेंद्र गोगी और ताजपुरिया गिरोह के बीच दुश्मनी 2010 से चली आ रही है. गोगी और ताजपुरिया करीबी सहयोगी थे, लेकिन छात्र संघ चुनाव के दौरान उनमें मतभेद होने के बाद संबंध खराब हो गए. दोनों गैंग ने उसके बाद से अब तक कम से कम 25 लोगों की जान ले ली है. गोगी को 2020 में रोहिणी कोर्ट के अंदर कथित तौर पर ताजपुरिया के इशारे पर गोली मार दी गई थी, जो उस समय जेल में था. अगस्त 2023 में ताजपुरिया की तिहाड़ जेल के अंदर कथित तौर पर गोगी गिरोह के सदस्यों द्वारा चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई थी.
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