Delhi News: दिल्ली के उत्तरी जिला के साइबर थाने की पुलिस टीम ने ठगों के एक ऐसे गैंग का खुलासा करने में कमायाबी पाई है, जो लोगों को वर्क फ्रॉम होम का झांसा देकर उनसे ठगी की वारदात को अंजाम देते रहे हैं. इस मामले में पुलिस ने पिता-पुत्र समेत कुल पांच ठगों को गिरफ्तार किया. इनमें एक विदेशी नागरिक भी शामिल है. ठगों की पहचान, हिसार, हरियाणा के रहने वाले अशोक कुमार (45), राहुल कुमार उर्फ पंडत (21), विशाल (20), हिमांशु उर्फ काले (20) और नाइजीरिया के मंसूर अबुबाकर (23) के रूप में हुई है. ठगों के कब्जे से पुलिस ने 5 मोबाइल फोन, 4 डेबिट कार्ड और 6 हजार रुपये कैश बरामद किए हैं.


डीसीपी मनोज कुमार मीणा ने आरोपियों की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि उतरी जिले के साइबर थाने की पुलिस को नेशनल क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल के जरिए साइबर ठगी की एक शिकायत मिली थी. जिसमें शिकायतकर्ता पंकज कुमार ने बताया था कि साइबर ठगों ने वाट्सएप के जरिए उन्हें मैसेज भेजकर वर्क फ्रॉम होम से अर्निंग का झांसा देकर 2.10 लाख रुपये की ठगी कर ली. इस मामले में शिकायतकर्ता की शिकायत के आधार पर साइबर थाने में मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की गई.


ऐसे पुलिस की गिरफ्त में आये ठग


साइबर ठगी को नियंत्रित करने के लिए एसीपी ऑपरेशन धर्मेंद्र कुमार, एसएचओ रमन पांडेय, इंस्पेक्टर संदीप श्रीवास्तव, हेड कॉन्स्टेबल पंकज, उमेश एवं अन्य की टीम का गठन किया गया. पुलिस टीम ने छानबीन के दौरान उन खातों और फोन नंबरों का विश्लेषण किया, जिनके जरिए ठगी की वारदात को अंजाम दिया गया था. 


पूछताछ के दौरान ठगों से मिली जानकारी क आधार पर पुलिस ने ग्रेटर नोएडा से नाइजीरियन नागरिक मंसूर अबुबाकर को दबोच लिया. मंसूर ने ही ठगी की रकम को निकाला था. पूछताछ में उससे मिली जानकारियों और उसकी निशानदेही पर पुलिस ने एक के बाद एक कर के सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. मंसूर से पूछताछ के बाद पुलिस ने हरियाणा के हिसार में छापेमारी कर सबसे पहले विशाल को दबोचा, जिसके बाद उससे मिली जानकारी के आधार पर हिमांशु और फिर राहुल को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.


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