Delhi News: पुलिस ने लोन के नाम ठगी करने वाले कॉल सेंटर का किया पर्दाफाश, मास्टरमाइंड समेत 13 गिरफ्तार
Delhi Loan Scam: दिल्ली पुलिस ने लोन दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा किया है. आरोपी सस्ते दर पर लोन दिलाने के नाम करोड़ों की ठगी कर चुके हैं, पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है.
Delhi: अगर आप निजी या व्यवसायिक जरूरतों को पूरी करने के लिए लोन लेने की सोच रहे हैं या किसी ऐसे माध्यम की तलाश में हैं, जिससे आपको आसानी से और कम समय में अधिक लोन मिल जाए तो सावधान हो जाएं. राजधानी दिल्ली के बाहरी जिले की स्पेशल स्टाफ पुलिस ने एक ऐसे ही ठगों के गैंग का खुलासा किया है, जो फर्जी कॉल सेंटर के माध्यम से लोगों को सस्ती दर पर लोन दिलाने का झांसा देकर उनसे ठगी की वारदात को अंजाम देते थे. इस मामले में पुलिस ने मास्टरमाईंड समेत कुल 13 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं.
पुलिस छापेमारी में खुले ठगी के राज
ठगी के मामले का खुलासा करते हुए डीसीपी हरेंद्र सिंह ने बताया कि, स्पेशल स्टाफ पुलिस को मंगोलपुरी इलाके में चल रहे एक फर्जी कॉल सेंटर के बारे में गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी. जिस पर प्रतिक्रिया करते हुए एसीपी ऑपरेशन अरुण कुमार की देखरेख में स्पेशल स्टाफ के इंचार्ज इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार के नेतृत्व में छापेमारी टीम का गठन किया गया. पुलिस ने सूत्रों से मिली सूचना के आधार पर मंगोलपुरी के गली नम्बर 25B स्थित हाउस नम्बर 403 में छापा मार कर मौके से फर्जी कॉल सेंटर के मालिक और मास्टरमाईंड समेत कुल 13 आरोपियों को दबोच लिया.
छापेमारी के दौरान मौके से पुलिस ने 13 मोबाइल फोन, एक लैपटॉप और अन्य सामान बरामद किया. इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की पहचान, कॉल सेंटर के मालिक पुनीत, राहुल पाल, गोविंदा, शुभम, नितिन, सचिन, अमन, चंदन, विकास, दिलशाद, प्रीति, प्रिया और गुंजन के रूप में हुई है.
सुलेखा एप से की 2 करोड़ से ज्यादा की ठगी
पूछताछ में आरोपी पुनीत ने बताया कि उसने खुद को सुलेखा एप पर महालक्ष्मी फाइनांस के नाम से पंजीकृत करवा रखा है. जब किसी को लोन की जरूरत होती है तो वो उससे एप के माध्यम से कॉल कर के संपर्क करते हैं. जिससे उसे उनका मोबाइल नंबर पता चल जाता है. जिसके बाद वो उन नंबरों पर अपने कॉल सेंटर से कॉल करवा कर उन्हें सस्ती दर पर लोन का लालच देते थे और फिर उनसे प्रोसेसिंग फीस, फाईल चार्ज आदि के नाम पर पैसे ऐंठ लेते थे.
आरोपी ने बताया की वह राहुल के साथ मिल कर इस फर्जी कॉल सेंटर के माध्यम से ठगी की वारदात को अंजाम देता था. आरोपियों ने फर्जी सिम कार्ड के आधार पर फर्जी बैंक खाते भी खोल रखे थे, जिसमें वो ठगी की रकम प्राप्त करते थे. आरोपियों ने पूरे भारत मे अब तक 2 करोड़ से ज्यादा की ठगी की है. इस मामले में पुलिस ने मंगोलपुरी थाने में मामला दर्ज कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच में जुट गई है.
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