दिल्ली में मोबाइल टॉवरों से कीमती उपकरण चुराने वाले गैंग का पर्दाफाश, 52 आरोपी गिरफ्तार
Delhi News: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने अब तक 65 करोड़ कीमत की 5000 से ज्यादा मोबाइल टावरों से आरआरयू चुराकर विदेश भेजे हैं.
Delhi News: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मोबाइल टावरों से आरआरयू (रिमोट रेडियो यूनिट), बेस बैंड यूनिट (बीबीयू), बैटरी और अन्य सामान की चोरी करने वाले इंटरस्टेट चोर गिरोह का भंडाफोड़ किया है. क्राइम ब्रांच की अलग अलग टीमों ने जनवरी में ऑपेरशन शुरू किया था.
अब तक 52 आरोपियों को गिरफ्तार कर क्राइम ब्रांच ने 414 आरआरयू, 110 बीबीयू, 161 जियो बैटरी और आरआरयू टेस्टिंग मशीन बरामद की है. क्राइम ब्रांच के मुताबिक बरामद किए गए इक्यूपमेंट की कीमत 10 करोड़ रुपये से ज्यादा है. आरोपियों ने अब तक 65 करोड़ कीमत की 5000 से ज्यादा आरआरयू विदेश भेजे हैं. क्राइम ब्रांच का कहना है कि अब तक दिल्ली, यूपी, बिहार, ओडिशा, पंजाब, झारखंड, असम और पश्चिम बंगाल में दर्ज चोरी के 256 मामलों का खुलासा हुआ है.
क्राइम ब्रांच को मिली बड़ी सफलता
दरअसल, रिमोट रेडियो यूनिट (आरआरयू), एक ट्रांसीवर है, जिसे वायरलेस मोबाइल टावरों पर लगाया जाता है. ये टेक्स्ट सेंड और रिसीव करने का काम करता है. बेस बैंड यूनिट (बीबीयू), एंटीना के जरिए मोबाइल यूजर्स से सिग्नल लेता है, जो वॉयस कॉल और इंटरनेट जैसी डेटा सेवाओं की आगे की प्रक्रिया के लिए सिग्नल को आरआरयू में भेजता है. आरआरयू और बीबीयू की चोरी होने के बाद, मोबाइल ऑपरेटर को सेवाओं को फिर से शुरू करने के लिए इन उपकरणों को फिर से लगाना होता था. इससे कंपनियों को भारी नुकसान हो रहा था. मामले की जांच जारी है.
मुख्य आरोपियों की जानें डिटेल
- सागर भटनागर- दिल्ली का रहने वाला है. पिछले डेढ़ साल से आरोपी राजेश शुक्ला और गुरदीप से चोरी के आरआरयू ले रहा था. उसने पहले भी एयरलाइंस के जरिए इलेक्ट्रॉनिक स्विच के बहाने जरूरी दस्तावेज तैयार कर करीब 3000 आरआरयू हांगकांग भेजे हैं. जांच के दौरान उसके ऑफिस के कंप्यूटर से करीब 2750 आरआरयू का रिकॉर्ड मिला. आरआरयू हांगकांग भेजे गये थे.
- राजेश शुक्ला- उत्तर प्रदेश का रहने वाला है. आरपीएस इंटरनेशनल के नाम से कूरियर-कार्गो चलाता है और अलग-अलग लोगों से चोरी के आरआरयू-बीबीयू लेता था.
- गुरदीप सिंह- दिल्ली का रहने वाला है. एचटी स्काई कार्गो के नाम से कूरियर कंपनी चलाता है और अलग-अलग लोगों से चोरी के आरआरयू-बीबीयू लेता था.
- परवीन राणा उर्फ सोनू ठाकुर- मोबाइल टावर लगाने वाली कंपनियों में तकनीशियन के रूप में काम करता है और उसे पहले भी इसी तरह के मामलों में गिरफ्तार किया जा चुका है.
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