Delhi News: दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने प्रतिबंधित चीनी मांझा (Chinese Manjha) की ऑनलाइन बिक्री करने में शामिल एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है. गैर कानूनी तरीके से चीनी मांझा बेचने के आरोप में गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार भी किया है. दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों की पहचान हरियाणा के फरीदाबाद निवासी अली हसन, हर्ष वर्धन खत्री और मदनपुर खादर निवासी रितिक कुमार चौरसिया के रूप में हुई है. 


दिल्ली पुलिस के मुताबिक आरोपी अवैध व्यापार के लिए सोशल मीडिया साइट्स और ‘मोनो काइट’ नाम के वेबपेज का इस्तेमाल कर रहे थे. उनके पास से चीनी मांझा के कुल 201 रोल बरामद किए गए हैं. दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस को मदनपुर खादर में नायलॉन आधारित प्रतिबंधित चीनी मांझे की अवैध बिक्री और खरीद के बारे में सूचना मिली थी. विशेष पुलिस आयुक्त अपराध रवींद्र सिंह यादव ने कहा कि जाल बिछाकर आरोपी चौरसिया को विजिलेंस टीम ने दबोच लिया गया. उसकी दुकान में तलाशी पर चीनी मांझा के 16 रोल बरामद हुए. विशेष पुलिस उपायुक्त अपराध रवींद्र यादव ने कहा कि चौरसिया की निशानदेही पर खत्री को फरीदाबाद से पकड़ा गया और उसके कब्जे से चीनी मांझा के 69 रोल बरामद किए गए. उन्होंने कहा कि खत्री इन प्रतिबंधित मांझा को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से बेच रहा था. इसके बाद हसन को भी गिरफ्तार कर उसके घर से चीनी मांझा के 116 रोल बरामद किए थे. 


दिल्ली चीनी मांझा बेचने पर है बैन


उत्तर पूर्व दिल्ली के डीसीपी जॉय टिर्की ने कहा कि एक अन्य घटना में पुलिस ने शनिवार को पूर्वोत्तर दिल्ली के वेलकम इलाके में एक चीनी मांझा विक्रेता को गिरफ्तार कर उसके पास से प्रतिबंधित पतंग डोर के 422 रोल बरामद किए थे. आरोपी की पहचान वेलकम के जनता कॉलोनी निवासी निजाम के रूप में हुई है. बता दें कि साल 2017 में राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) ने दिल्ली में चीनी मांझे पर प्रतिबंध लगा दिया था.


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