Delhi Crime: दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने शुक्रवार को तीन अफ्रीकी नागरिकों की गिरफ्तारी के साथ एक ड्रग्स तस्करी गिरोह (Drug Smuggling Racket) का भंडाफोड़ करने का दावा किया है. अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों के पास से 14.5 किलोग्राम मेथाक्वालोन (Methaqualone) बरामद हुआ है जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 60 करोड़ रुपए है.
अधिकारियों ने कहा कि आरोपियों की पहचान ननमनी अहुकाजुदे (44), फ्रेंक ओमरलब्राहिम (40) और चिनजी (34) के रूप में हुई है जो ग्रेटर नोएडा की एक पॉश कॉलोनी में एक घर में ड्रग्स्स जमा करते थे और पिछले दो सालों से इसकी सप्लाई कर रहे थे. पुलिस ने कहा कि ये लोग बिना वैध यात्रा दस्तावेजों के भारत में रह रहे थे, उन्होंने कहा कि आरोपियों के दिल्ली और ग्रेटर नोएडा के ठिकानों पर छापेमारी के दौरान ये ड्रग्स्स बरामद हुआ है.
दिल्ली-एनसीआर में चला रहे थे ड्रग्स तस्करी का धंधा
विशेष पुलिस आयुक्त (स्पेशल सेल) एचजीएस धालीवाल ने कहा कि एक गुप्त सूचना के आधार पर अहुकाजुदे को चार मार्च को गिरफ्तार किया गया था. उन्होंने बताया कि हमें सूचना मिली थी अहुकाजुदे धौला कुआं में एक पेट्रोल पंप के पास मेथाक्वालोन की खेप के साथ पहुंचेगा. पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि वह दिल्ली-एनसीआर में अफ्रीकी नागरिकों द्वारा चलाए जा रहे ड्रग्स कार्टेल का हिस्सा है और उसने ग्रेटर नोएडा में रहने वाले ओमरलब्राहिम से ड्रग्स्स खरीदा था.
इसके बाद पुलिस ने आहुकाजुदे के कहने पर 5 मार्च को ओमरलब्राहिम को जनकपुरी के पास माता चन्नन देवी अस्पताल से गिरफ्तार किया. ओमरलब्राहिम ने खुलासा किया कि उसे ग्रेटर नोएडा स्थित एक अन्य ड्रग्स सप्लायर से खेप मिली थी, जिसकी पहचान एक नाइजीरियाई नागरिक चिनजी के रूप में हुई है. पुलिस ने बताया कि इसके बाद चिनजी को 6 मार्च को दिल्ली के वसंत कुंज से गिरफ्तार किया गया.
'बेंगलुरु और मुंबई में भी करते थे ड्रग्स सप्लाई'
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्हें मेथाक्वालोन की खेंप ग्रेटर नोएडा में एक अफ्रीकी नागरिक से मिली थी. आरोपियों ने बताया कि वे दिल्ली के आईएनए मार्केट, वसंत कुंज, जनकपुर और विकासपुरी में ड्रग्स्स का लेनदेन करते थे. पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी एक अन्य सप्लायर के माध्यम से बेंगलुरु और मुंबई में भी ड्रग्स्स भेजते थे.
'गिरोह के अन्य सदस्यों की धरपकड़ के लिए छापेमारी जारी'
पुलिस ने गिरोह के तौर-तरीकों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि वे केवल लंबी रूट की बसों से ड्रग्स्स को अहमदाबाद के रास्ते बैंगलोर भेजते थे. वे सप्लायर को धौला कुआं से बस में बिठाते थे और खेंप सप्लाई करने के बाद सप्लायर हवाई मार्ग से वापस लौटता था. पुलिस ने कहा कि वह गिरोह के बाकी सदस्यों को पकड़ने के लिए दिल्ली-एनसीआर में छापेमारी कर रही है.