(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Delhi: जाबांज महिला सिपाही ने अपने काम से जीता सबका दिल, 73 गुमशुदा बच्चों को उनके परिजनों से मिलवाया
दिल्ली पुलिस कॉन्सटेबल सुनीता की हर तरफ तारीफ हो रही है. उन्होंने पिछले आठ महीने में 73 गुमशुदा बच्चों को उनके परिजनों से मिलवाया है. इस बारे में खुद दिल्ली पुलिस ने जानकारी दी है.
Delhi News: दिल्ली पुलिस में कॉन्सटेबल सुनीता ने अपने काम से सबका दिल जीत लिया है. उन्होंने पिछले आठ महीने में 73 मिसिंग बच्चों को उनके माता-पिता से मिलवाया है. इस बारे में दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने जानकारी दी है. दिल्ली पुलिस ने बताया कि सुनीता ने पिछले सिर्फ तीन दिन में ही चार गुमशुदा बच्चों को उनके परिजनों से मिलवाया है.
बता दें कि दिल्ली में बच्चा चोरी की घटना काफी देखने को मिलती है. रविवार को भी दिल्ली के विकासपुरी के इंदिरा कैंप नंबर 2 से एक सात साल का बच्चा जो कि अपने दादा के साथ रहता था गुम हो गया. पुलिस ने बच्चे की बरामदगी के लिए आसपास के एरिया में सर्च ऑपरेशन चलाया और इसके बाद इलाके के सीसीटीवी फुटेज की जांच की. जांच के क्रम में कॉन्सटेबल सुनीता ने बच्चे का पता लगाया और उसे उसके दादा को सौंपा.
इसी तरह 15 फरवरी को दिल्ली के मायापुरी इलाके से एक 13 साल की लड़की गुम हो गई थी. इस केस का भी पता सुनीता ने ही लगाया और बच्चे को उसके परिजनों को सौंपा.
बताते चलें कि सुनीता 2014 में दिल्ली पुलिस में शामिल हुई थीं. दिल्ली पुलिस ने बताया कि शुरुआती ट्रेनिंग के बाद उन्हें विभिन्न यूनिट में पोस्टिंग दी गई. इसमें पुलिस कंट्रोल रूम (पीसीआर), कमांड रूम, दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर शामिल हैं. इसके बाद सुनीता की पोस्टिंग दिल्ली के पश्चिमी जिले में हुई. वर्तमान में वह पश्चिमी जिले के एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) में पोस्टेड हैं.