दिल्ली की जेल से पैरोल पर निकलने के बाद फरार हत्यारा गिरफ्तार, अदालत ने सुनाई थी उम्रकैद की सजा
Crime News: दिल्ली पुलिस (Delhi Police) क्राइम ब्रांच ने पैरोल पर जेल से बाहर आने के बाद फरार हत्यारोपी टिंकू सिंह को गिरफ्तार किया. वह नाम बदलकर पिछले एक साल से पुलिस को दे रहा था चकमा.
Delhi Crime News: दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की इंटर स्टेट सेल की टीम ने हत्या के मामले में उम्र कैद की सजा पाए एक ऐसे अपराधी को गिरफ्तार किया है, जो पैरोल पर बाहर निकलने के बाद से फरार चल रहा था. इस मामले में गिरफ्तार आरोपी की पहचान टिंकू सिंह के रूप में हुई है. पिछले एक साल से पुलिस को आरोपी की तलाश में थी. आरोपी लगातार अपनी गिरफ्तारी से बच रहा था. पुलिस को चकमा देने के लिए इसने अपना नाम भी बदल लिया था.
डीसीपी अमित गोयल ने बताया कि लगभग 10 साल पहले 2014 में न्यू उस्मानपुर थाने में दर्ज हत्या के मामले में दिल्ली पुलिस को इसकी तलाश थी. यह कोविड के दौरान 15 अप्रैल 2020 को पैरोल पर बाहर निकला था और इसे बीते साल 8 अप्रैल को वापस सरेंडर करना था, लेकिन यह सरेंडर करने के बजाय फरार हो गया था और तब से दिल्ली पुलिस इसकी तलाश में लगी हुई थी.
डीसीपी ने बताया कि इसकी गिरफ्तारी के लिए एसीपी रमेश चंद्र लांबा की देखरेख में क्राइम ब्रांच इंटर स्टेट सेल के इंस्पेक्टर मनमीत मलिक, हेड कांस्टेबल राजेश की टीम को लगाया गया था. पुलिस लगातार इसके बारे में जानकारियों को विकसित कर इसकी तलाश में जुटी थी. आखिरकार जानकारी और तकनीकी निगरानी के आधार पर पुलिस ने इसे दबोच लिया. इसने अपने दोस्त और प्रेमिका शशि बाला के साथ मिलकर उसके पति इंद्रपाल की हत्या की थी.
साजिश में मृतक की पत्नी भी थी शामिल
पुलिस के अनुसार जब इंद्रपाल और शशि बाला उस्मानपुर के शास्त्री पार्क में रहने आए थे. उसी दौरान शशि बाला से टिंकू सिंह से मुलाकात हुई और फिर दोनों में दोस्ती हो गई थी. लेकिन जल्दी ही इसकी भनक उंसके पति इंद्रपाल को लग गई. वह इसका विरोध करते हुए शशि बाला की पिटाई करने लगा. जिस पर टिंकू ने शशि बाला के साथ मिलकर इंद्रपाल की हत्या की योजना बनाई. फिर उसे अंजाम देकर इंद्रपाल की बॉडी को टुकड़ों में कर उसे ठिकाने लगा दिया.
जब शशि बाला ने पुलिस को पति की गुमशुदगी की शिकायत दी तो वह अपनी ही साजिश की जाल में फंस गई और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था. बाद में उसकी निशानदेही पर पुलिस ने टिंकू सिंह को भी दबोच लिया था.
ठिकाना बदल पुलिस से अभी तक बचता रहा
इस मामले में कोर्ट ने टिंकू सिंह को उम्र कैद की सजा सुनाई थी. कोविड के दौरान उसे पैरोल पर कुछ समय के लिए छोड़ा गया था और उसे पिछले साल 8 अप्रैल को सरेंडर करने था, लेकिन वह सरेंडर करने की बदले अपना नाम टिंकू सिंह से निशांत पांडे ने रहने लगा. इस दौरान वह लगातार अपना ठिकाना भी बदलता रहा, ताकि पुलिस उसे ट्रेस न कर पाए.
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