Delhi Latest News: दिल्ली एलजी विनय कुमार सक्सेना के आदेश पर पुलिस की ओर से राष्ट्रीय राजधानी में रह रहे अवैध बांग्लादेशियों और रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ ऑपरेशन जारी है. इस ऑपरेशन के तहत सभी थाना इलाकों में घर-घर जाकर पुलिस वेरिफिकेशन कर रही है. अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों को पकड़ पुलिस एफआरआरओ की मदद से उन्हें डिपोर्ट भी कर रही है. उसी कड़ी में वसंत कुंज थाना इलाके से दिल्ली पुलिस ने 8 बांग्लादेशियों को पड़कर डिपोर्ट किया है.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक हिरासत में लिए गए सभी आरोपी बांग्लादेश के मदारीपुर जिला के रहने वाले थे. ये सभी बांग्लादेशी एक ही परिवार के थे. इनमें माता-पिता और उनके 6 बच्चे शामिल हैं.
डोर टू डोर वेरिफिकेशन कैंपेन
दरअसल, दिल्ली पुलिस इन अवैध बांग्लादेशीयों के खिलाफ डोर टू डोर वेरिफिकेशन कैंपेन चलाए हुए है. इस वेरिफिकेशन कैंपेन में हर घर में जाकर पुलिस पड़ताल करती है. जो लोग पश्चिम बंगाल या दूसरे राज्यों से आकर यहां रह रहे हैं, उन्हें वेरीफिकेशन फॉर्म 12 भरवाकर वापस बांग्लादेश भेजा जा रहा है.
दिल्ली पुलिस को जो लोग फॉर्म 12 में पश्चिम बंगाल में रहने की जानकारी दे रहे हैं, उनके एड्रेस को भी वेरीफाई करवा रही है. जिससे अवैध बांग्लादेशियों का पता लगाया जा सके.
दिल्ली पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि अवैध बांग्लादेशी पहले पश्चिम बंगाल में दाखिल होते हैं. फिर वहां से फर्जी कागजात बनाकर दिल्ली आ जाते हैं. पुलिस जब पूछताछ करती है, तब यह अवैध बांग्लादेशी अपने आप को पश्चिम बंगाल का रहने वाला बताते हैं, जिसके चलते इन पर कार्रवाई करना पुलिस के लिए मुश्किल हो जाता है.
यही वजह है कि पुलिस पर्चा 12 के जरिए इनके पश्चिम बंगाल स्थित गांव के पते को भी वेरीफाई करवा रही है. इस वेरिफिकेशन के जरिए कई अवैध बांग्लादेशियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर वापस बांग्लादेश रिपोर्ट किया है.
एजेंट्स के जरिए बनवाते हैं आधार कार्ड
हाल ही में दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो इन अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों के फर्जी कागजातों की मदद से आधार कार्ड बनवा रहे थे. दिल्ली पुलिस को आशंका है कि एजेंट की मदद से हजारों बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुसलमान भारतीय नागरिक बनकर दिल्ली में रह रहे हैं.