Delhi News: दिल्ली पुलिस ने 5 उज्बेक महिलाओं को किया बरामद, पिछले महीने आश्रय गृह से हुई थीं गायब
Delhi Crime: एनजीओ के प्रतिनिधि ने पुलिस को बताया कि सात उज्बेक महिलाओं को उन्होंने मानव तस्करों से बचाया था और 25 अगस्त को उज्बेकिस्तान दूतावास के अधिकारियों ने उन्हें सौंप दिया था.
Delhi News: राजधानी दिल्ली में पिछले महीने द्वारका के एक आश्रय गृह से लापता हुईं पांच उज्बेक महिलाएं दक्षिणी दिल्ली के नेब सराय इलाके में मिली हैं. एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, 2 नवंबर को एनजीओ एम्पॉवरिंग ह्यूमैनिटी ने द्वारका नॉर्थ पुलिस स्टेशन को उन लापता उज्बेक महिलाओं के बारे में सूचित किया, जिन्हें 25 अगस्त को उनके द्वारा छुड़ाया गया था. एनजीओ के प्रतिनिधि ने पुलिस को बताया कि सात उज्बेक महिलाओं को उन्होंने मानव तस्करों से बचाया था और 25 अगस्त को उज्बेकिस्तान दूतावास के अधिकारियों ने उन्हें सौंप दिया था. अधिकारी ने कहा, "चाणक्यपुरी पुलिस स्टेशन में एक मामला दर्ज किया गया था."
एनजीओ द्वारका के सेक्टर 16बी स्थित सोसाइटी के फ्लैट में अपने आश्रय गृह में पांच महिलाओं को रख रहा था, लेकिन 28 अक्टूबर को सुबह 10 बजे के आसपास जब फ्लैट खोला गया, तो 18 से 37 साल की उम्र की पांच उज्बेक महिलाएं गायब पाई गईं. अधिकारी ने कहा, "शिकायतकर्ता के बयान के अनुसार, आईपीसी की धारा 365 (अपहरण या व्यक्ति को गुप्त रूप से और गलत तरीके से कैद करने के इरादे से अपहरण) के तहत मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई."
नेब सराय इलाके से किया महिलाओं को निकाला
द्वारका क्षेत्र के पुलिस उपायुक्त एम. हर्षवर्धन ने कहा, "जांच के दौरान, दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में छापे मारे गए. बाद में विशिष्ट इनपुट प्राप्त हुए कि एक सबीना उर्फ एक्समेडुरा गुलसुनॉय और उसका पति उल्लुबेक इन पांच महिलाओं को अपने साथ ले गया था. इसके बाद सबीना और उल्लुबेक के ग्रेटर नोएडा स्थित ठिकाने का पता लगाया गया था और वहां छापे मारे गए." अधिकारी ने कहा, "सबीना और उसके पति उल्लुबेक दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया और लंबी पूछताछ के बाद लापता महिलाओं को नेब सराय इलाके के एक फ्लैट से बरामद किया गया."
स्थानीय भाषाओं से नहीं हैं परिचित
अधिकारी ने कहा, "पुलिस ने उनका मेडिकल परीक्षण कराया. चूंकि वे अंग्रेजी या अन्य स्थानीय भाषाओं से परिचित नहीं हैं, इसलिए एक अनुवादक के माध्यम से अदालत में उनके बयान दर्ज किए गए हैं." अधिकारी ने कहा, "महिलाओं ने आरोप लगाया है कि उन्हें आश्रय गृह में उचित भोजन नहीं दिया गया और वहां के हालात पसंद नहीं थे, इसलिए वे सबीना के साथ रहने के लिए खुद ही चली गईं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि एक एनजीओ उन्हें छुड़ाने के लिए पैसे मांग रहा था." महिलाओं के आरोपों को लेकर आगे की जांच जारी है.
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