दिल्ली: अवैध रूप से रहे रहे बांग्लादेशियों के खिलाफ अभियान, बेटी- बेटा समेत महिला गिरफ्तार
Delhi News: पुलिस ने अभियान चलाकर बांग्लादेशी महिला को गिरफ्तार किया है. महिला बेटा और बेटी के साथ किराए पर रह रही थी. घर पर छापेमारी में पुलिस को फर्जी दस्तवाेज मिले हैं.

Delhi News: दिल्ली के पहाड़गंज में बांग्लादेशी परिवार पकड़ाया है. परिवार में महिला, बेटी और नाबालिग बेटा शामिल है. बांग्लादेशी परिवार के पास फर्जी दस्तावेज बरामद हुए हैं. दस्तावेज में पासपोर्ट और वोटर कार्ड हैं. डीसीपी सेंट्रल हर्षवर्धन ने बताया कि अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों के खिलाफ अभियान जारी है. 28 जनवरी को पहाड़गंज इलाके में किराए पर रह रहे तीन संदिग्धों की जांच की गई. जांच के दौरान महिला ने भारतीय नागरिक होने का प्रमाण पत्र दिखाए. आधार और पैन कार्ड पर पुलिस को शक हुआ.
जांच के दौरान पेश किए गए दस्तावेज फर्जी निकले. महिला के कमरे की तलाशी लेने पर दो बांग्लादेशी पासपोर्ट और बांग्लादेश शिक्षा बोर्ड की मार्कशीट बरामद हुए. पुलिस ने मां समेत बेटे और बेटी को गिरफ्तार कर लिया. महिला की पहचान स्वीटी सरकार उर्फ ब्यूटी हवेलदार उर्फ जोहरा खातून के तौर पर हुई है. 41 वर्षीय महिला 20 वर्षीय बेटी पुष्पो सरकार उर्फ पुष्पो हवेलदार उर्फ सयादा अख्तर और नाबालिग बेटे के साथ रह रही थी.
अवैध रूप से रह रहा था बांग्लादेशी परिवार
पूछताछ में जोहरा खातून ने अवैध रूप से भारत में एंट्री को स्वीकार कर लिया. महिला 20 साल पहले बांग्लादेश के बेनापोल बॉर्डर से दाखिल हुई थी. अक्टूबर 2020 में उसने 'स्वीटी सरकार' के नाम से नकली पासपोर्ट बनवाया. पासपोर्ट में पता छतरपुर एन्क्लेव और जन्म स्थान दिल्ली दर्शाया गया था. महिला के पास आधार, पैन और वोटर कार्ड भी थे. बेटी पुष्पो सरकार का भारतीय पासपोर्ट सितंबर 2024 में बना था. पुलिस ने बताया कि जोहरा खातून आरके आश्रम मेट्रो स्टेशन के पास ट्रैवल कंसल्टेंसी में काम कर रही थी.
घर पर छापेमारी में पुलिस को क्या मिला?
जांच में समाने आया कि वोटर आईडी कार्ड का इस्तेमाल एमसीडी चुनाव में हो चुका है. पुलिस ने बताया कि 20 सालों में महिला कई बार बांग्लादेश की यात्रा भी कर चुकी है. यात्रा के लिए महिला दोनों पासपोर्ट का इस्तेमाल कर रही थी. पुलिस ने 2 भारतीय पासपोर्ट, 2 बांग्लादेशी पासपोर्ट, 5 आधार कार्ड, 2 पैन कार्ड, 1 वोटर कार्ड, 8 बैंकों के पासबुक और डेबिट कार्ड, बांग्लादेश शिक्षा बोर्ड की मार्कशीट भी बरामद हुए हैं. पुलिस की नजर परिवार का फर्जी दस्तावेज बनवाने में मदद करने वाले पर टिक गई है.
जांच के दौरान एक अन्य बांग्लादेशी नागरिक मोहम्मद अली अमीन भी पकड़ा गया है. अमीन दिसंबर 2024 में वीजा समाप्त होने के बाद अवैध रूप से भारत में रह रहा था. उसे डिपोर्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. सेंट्रल जिले की पुलिस पहचान कर अवैध रूप से रह रहे 18 बांग्लादेशी नागरिकों को डिपोर्ट कर चुकी है. 3 अभी पुलिस की गिरफ्त में हैं. पुलिस का कहना है कि अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी.
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