बुजुर्गों और किशोरों के बीच के अंतर को पाटने का प्रयास, जानिए क्या है दिल्ली पुलिस का कार्यक्रम 'मित्र'?
Delhi News: इससे बुजुर्गों को युवा-पीढ़ी का साथ मिलेगा और वे उनसे अपने जीवन के अनुभव साझा कर सकेंगे, तो वहीं युवा-पीढ़ी को उनसे अमूल्य सुझाव और सलाह मिलेगी.
Mitra Initiative In Delhi: दिल्ली पुलिस अपराध और अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए रेग्युलर पुलिसिंग के अलावा लगातार कम्युनिटी और मॉरल पुलिसिंग में लगी रहती है, इसी क्रम में द्वारका की पुलिस ने दो जेनरेशन, बुजुर्गों और किशोर छात्रों के बीच के संबंध को मजबूत बनाने और उनके बीच के अंतर को पाट कर सेवा-भाव की भावना को बढ़ावा देने के लिए एक खूबसूरत पहल "मित्र" की शुरुआत की है.
अंतर को पाटने की कोशिश
द्वारका सेक्टर-6 स्थित एक निजी स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में इस विशेष पहल की शुरुआत करते हुए डीसीपी अंकित सिंह ने कहा कि, "मित्र" दिल को छू लेने वाली पहल है, जिसका उद्देश्य छात्रों और वरिष्ठ नागरिकों जो कि “लाइफ स्कॉलर्स” के समान हैं के बीच मजबूत संबंधों को बढ़ावा देना और दो आयु वर्गों के बीच सार्थक बातचीत और भावनात्मक समर्थन को प्रोत्साहित करके इन दोनों पीढ़ी के बीच के अंतर को पाटना है.
उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों द्वारा बरसाए गए अनगिनत और भरपूर आशीर्वादों का बदला चुकाने के प्रयास में द्वारका एकत्रित और एकजुट है. यहां के युवा स्कूली बच्चे फिर से मित्र, साथी और देखभाल करने वाले हैं जो वरिष्ठ नागरिकों के प्रति समर्पित हैं.पूरे सम्मान और आदर के साथ हम द्वारका को उन लोगों के लिए एक बेहतर जगह बनाने के लिए एक कदम आगे बढ़ाते हैं जिन्होंने हमें यहां तक पहुंचाया है.
अकेलेपन की भावना को कम करने में मिलेगी मदद
इस पहल के बारे में एसएचओ द्वारका साउथ संजीव कुमार ने बताया कि इस पहल के तहत विभिन्न स्कूलों के छात्र, द्वारका और आसपास के इलाकों में रह रहे बुजुर्गों के घर जाकर या फिर टेलीफोन के माध्यम से उनके संपर्क में रहेंगे. स्कूलों में बुजुर्गों की मौजूदगी में विशेष असेंबली आयोजित की जाएगी और एनिवर्सरी, बर्थडे और फेस्टिवल की शुभकामनाएं उनको दी जाएंगी. इस तरह से बुजुर्गों को युवा-पीढ़ी का साथ मिलेगा और वे उनसे अपने जीवन के अनुभव साझा कर सकेंगे, तो वहीं युवा-पीढ़ी को उनसे अमूल्य सुझाव और सलाह मिलेगी. इससे बुजुर्गों और युवा-पीढ़ी के बीच जुड़ाव भी सुनिश्चित हो सकेगा और उनमें अकेलेपन एवं अलगाव की भावना को कम करने में भी मदद मिलेगी, जिसका सामना कुछ बुजुर्ग कभी-कभी उम्र के इस पड़ाव में कर सकते हैं.
इस कार्यक्रम के दौरान दिल्ली पुलिस के रिटायर्ड स्पेशल सीपी पी.के. भारद्वाज और डाइट कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल यू.एन.बी. राव, डॉ. शारदा एवं अन्य गणमान्य लोगों के साथ लगभग 100 से अधिक वरिष्ठ नागरिक और स्कूली बच्चे मौजूद रहे.
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