Delhi Crime: दिल्ली पुलिस के जवान ही सागरपुर लूटकांड में निकले आरोपी, विभागीय जांच के निर्देश जारी
Sagarpur Robbery Case: पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार चार पुलिसकर्मियों में से दो ने वारदात में पर्सनल कार का इस्तेमाल किया था. इनके नंबरों की मदद से इन तक पहुंची. सभी को वारदात के अगले दिन ही पकड़ लिया.
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Delhi Police: साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट के सागरपुर थाना इलाके में बुधवार देर रात हुए मोहन नगर निवासी रजनीश के घर में 10 लाख 40 हजार रुपये की लूट के मामले का पुलिस ने खुलासा कर लिया है. इस मामले में कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया है. गिरफ्तार आरोपियों में चार दिल्ली पुलिस के सिपाही हैं. उनके कब्जे से लूटी गई रकम और वारदात में प्रयुक्त दो गाडियां भी जब्त की गई हैं.
अनुकंपा के आधार पर मिली थी नौकरी
डीसीपी मनोज सी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में विजय शर्मा, दीपक यादव, मंजेश राणा, अंकित कसाना और रोहिणी का रहने वाला मनीष शामिल हैं. इनमें विजय, दीपक, मंगेश और अंकित दिल्ली पुलिस से हैं. ये चारों सिपाही हैं. ये सभी 2020 मे दिल्ली पुलिस में भर्ती हुए थे. पुलिस ने बताया कि चारों दिल्ली पुलिस में अनुकंपा के आधार पर भर्ती हुए थे. मृत परिजनों की जगह इन्हें नौकरी मिली थी. अब चारों को लूट के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
किया जा सकता है बर्खास्त
पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार चारों पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के साथ ही विभागीय जांच के भी आदेश दिए गए हैं. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इन्हें बर्खास्त भी किया जा सकता है. इनमें से चार पुलिसकर्मी डीएपी से और एक नई दिल्ली जिले के संसद मार्ग थाने का है. इनके पांचवे साथी मनीष ने रेकी करने और अन्य काम में आरोपी पुलिसवालों की मदद की थी.
धमकी देकर घर में लूट
पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. हालांकि, शुरुआत में आठ संदिग्धों के बारे में बताया गया था, जिन्होंने पीड़ित रजनीश के घर पर पहुंचकर अपने आप को साइबर क्राइम ब्रांच का बताते हुए छापा मारा था. इसके बाद यहां बिटकॉइन और अन्य साइबर मामलों को लेकर धमकी देते हुए घर में लूट की वारदात को अंजाम दिया था. उस वक्त पीड़ित के घर में उनकी एक महिला दोस्त भी थी, जिनके सामने यह वारदात हुई.
गाड़ी के नम्बर से पकड़ाए आरोपी
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार चार पुलिसकर्मियों में से दो ने वारदात में अपनी पर्सनल कार का इस्तेमाल किया था. इनके नंबरों की मदद से पुलिस इन तक पहुंची. पुलिस ने इन सभी को वारदात के अगले दिन ही पकड़ लिया. पुलिस का कहना है कि यह भी है पता लगा है कि आरोपी पुलिसकर्मियों ने रजनीश के घर में घुसकर उनके जानकार मनीष के पैसे लौटाने की धमकी देते हुए घर में लूट की वारदात को अंजाम दिया था. छानबीन में यह भी पता लगा है कि गिरफ्तार आरोपी मनीष पहले रजनीश का एम्प्लॉई था. वह चारों पुलिसवालों में से एक विजय को जानता था.
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