Delhi Khalistan News: दिल्ली के पश्चिम विहार (Paschim Vihar) इलाके में गुरुवार को एक दीवार पर 'खालिस्तान जिंदाबाद' और 'रेफरेंडम 2020' के नारे लिखे जाने का मामला सामने आया है. फिलहाल पुलिस ने दिवार पर लिखे नारों को मिटवा दिया है. दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के पीआरओ सुमन नलवा (Suman Nalwa) ने बताया कि कुछ लोगों ने दिल्ली में कई जगहों पर देश-विरोधी, खालिस्तान संबंधी नारे दीवारों पर लिखे थे. यह सुरक्षा से जुड़ा मसला नहीं है. इस मामले में कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस का हर वर्ग यह सुनिश्चित कर रहा है कि गणतंत्र दिवस (Republic Day) से पहले कोई गलत गतिविधि न हो. इससे हमारी सुरक्षा प्रभावित नहीं होती है.


सुमन नलवा ने कहा कि एसएफजे एक प्रतिबंधित संगठन है, इसलिए यह खुद को उजागर करने की कोशिश कर रहा है, वह खबरों में बने रहना चाहता है. गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस को देखते हुए इस समय दिल्ली पुलिस सतर्क है और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं. ऐसे में किसी भी चुनौती से निपटने के लिए इस समय पुलिस पूरी तरह तैयार है. 



12 जनवरी को पुलिस ने किया था दो कथित आतंकवादियों को गिरफ्तार 


आपको बता दें कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बीते 12 जनवरी को जहांगीरपुरी इलाके से दो कथित आतंकवादियों को गिरफ्तार किया था. साथ ही पुलिस ने आतंकवादी संगठनों से संबंध होने के संदेह में गिरफ्तार किए गए दो लोगों के किराए के मकान से दो हथगोले और भलस्वा डेयरी इलाके से एक क्षत-विक्षत शव बरामद किया था. दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ के अतिरिक्त सीपी पी कुशवाहा ने बताया था कि वे दक्षिणपंथी नेताओं को निशाना बनाने की योजना बना रहे थे.


इस गिरोह से जुड़े हैं कथित आतंकवादी


उन्होंने बताया था कि सिर्फ अपने आकाओं को अपनी क्षमताओं को दिखाने के लिए एक व्यक्ति को मार डाला था. फिलहाल दोनों कथित आतंकियों को 14 दिन की पुलिस हिरासत में रखा गया है. वहीं दिल्ली पुलिस ने बताया था कि नौशाद आतंकवादी संगठन ‘हरकत उल-अंसार’ से जुड़ा है और जगजीत कुख्यात ‘बंबीहा’ गिरोह का सदस्य है.


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