Delhi News: देश की राजधानी दिल्‍ली के नंदनगरी इलाके में सुसाइड की कोशिश का सनसनीखेज मामला सामने आया है. दरअसल, दो दिन पहले यानी सोमवार को फेसबुक पर लाइव आकर एक युवक सुसाइड करने की कोशिश कर रहा था. भनक लगते ही फेसबुक के कर्मचारियों की ओर से घटना की जानकारी तत्काल दिल्ली पुलिस को दी गई. सूचना मिलते ही लोकल थाना पुलिस ने महज 3 3 मीनट के अंदर युवक के घर पहुंचकर युवक की जान बचा ली. साथ ही युवक को आत्‍महत्‍या करने से रोक लिया. अगर दिल्ली पुलिस मौके पर नहीं पहुंचती तो युवक की जान जा सकती थी. ऐसा इसलिए कि पुलिस के पहुंचने से पहले युवक ने नशा करने वाली 40 गोलियां एक साथ खा ली थी.


जिस समय नंदनगरी थाना पुलिस फेसबुककर्मियों की सूचना पर तत्काल पुलिस युवक के घर पहुंची, उस समय युवक अचेत अवस्‍था में था. दिल्ली पुलिस ने उसे तुरंत उपचार के लिए जीटीबी अस्‍पताल में इलाज के लिए एडमिट कराया. जीटीबी अस्पताल के डाक्‍टरों ने उसका इलाज किया. अब लोकल थाना पुलिस एक्‍सपर्ट की मदद से युवक की काउंसलिंग करा रही है.


फेसबुक ने बचा ली जान


नाॅर्थ ईस्ट दिल्ली के डीसीपी डा जाय टिर्की ने बताया कि सोमवार की सुबह फेसबुक के कर्मचारियों ने साइबर क्राइम युनिट और आईएफएसओ को फेसबुक लाइव पर आत्‍महत्‍या की घटना की जानकारी दी थी. फेसबुक लाइव के दौरान अपने पोस्ट में बाय फार एवर लिखा हुआ था. खास बात यह है कि पुलिस को फेसबुक कर्मचारियों की ओर से दो मोबाइल नंबर भी दिए गए थे. सुबह के लगभग 9 बजकर 6 मिनट पर मैसेज मिलते ही नंदनगरी एसएचओ और बाकी टीम को जानकारी दे दी गई. नंदनगरी पुलिस युवक के मोबाइल नंबर की मदद से उसके घर पर पहुंच सकी.


थाने से युवक के घर की दूरी महज 600 मीटर


मामले की जांच में जैसे ही पुलिस ने कार्यवाही की तो पता चला कि युवक का घर थाने से महज 600 मीटर दूर है. इसके बाद पीसीाअर और एसएचओ तुरंत मौके पर पहुंचे. पुलिस के पहुंचने पर युवक के परिजन भौचक्के रह गए. युवक के परिजन अपने बेटे की सुसाइड करने की बात से पूरी तरह अंजान थे. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कमरे की कुंडी तोडी और कमरे में पहुंची लेकिन युवक पहले से ही अचेत अवस्‍था में था. पुलिस ने तत्काल युवक को जीटीबी अस्‍पताल में भर्ती कराया. युवक के कमरे से नशे की गोलियों के रैपर भी मिले हैं. परिवार वालों का कहना है कि उनका बेटा एक निजी कंपनी में नौकरी करता है. 


परिजनों ने पुलिस का जताया आभार


इस मामले की छानबीन में पुलिस को जानकारी मिली कि होली के कुछ दिनों बाद से ही युवक किसी लडकी के कारण टेंशन में रहने लगा था. परिवार वाले उसका इलाज करा रहे थे. बेटे की जान बचाने के लिए लड़के के परिजनों ने फेसबुक के कर्मचारियों और पुलिस का किया धन्‍यवाद. 


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