Delhi: नंबर कम आने पर किशोरी ने सुसाइड नोट छोड़ लगा दी यमुना में छलांग, दिल्ली पुलिस ने ऐसे बचाई जान
Delhi News: डीसीपी नॉर्थ राजा बंथिया ने बताया कि रूप नगर पुलिस थाने को एक महिला ने बेटी के लापता होने की सूचना दी थी. किशोरी की मां ने पुलिस को बताया कि उसकी बेटी घर पर अकेली थी.
Delhi Crime News: दिल्ली पुलिस सुसाइड लेटर की सूचना मिलने के बाद तेजी दिखाते हुए एक किशोरी को यमुना में डूबने से बचा लिया. पुलिस के मुताबिक किशोरी की मां ने सूचना दी थी कि कथित तौर उनकी बेटी घर में नहीं है. वह एक सुसाइड छोड़ घर से गायब है. इसके बाद हरकत में आई पुलिस ने आत्महत्या करने के लिए पुल से यमुना नदी में छलांग लगाने वाली 15 वर्षीय किशोरी को डूबने से बचा लिया.
दिल्ली पुलिस के अधिकारी ने बताया कि किशोरी ने कथित तौर पर पढ़ाई के तनाव के कारण पुल से यमुना नदी में छलांग लगा दी थी. पुलिस अफसर के अनुसार यह घटना शनिवार की है.
मां ने दी थी बेटी के लापता होने की सूचना
डीसीपी नॉर्थ राजा बंथिया ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि रूप नगर पुलिस थाने को एक महिला ने अपनी बेटी के लापता होने की सूचना दी. किशोरी की मां ने पुलिस को बताया कि उसकी बेटी घर पर अकेली थी. जबकि परिवार के बाकी लोग बाहर गए हुए थे.
मां ने पुलिस को ये भी बताया कि उसके पढ़ाई लिखाई को लेकर मुझे चिंता होने लगी. मैं यह सोचने लगी कि अकेली बेटी कहीं कोई बड़ा कदम उठा सकती है. इसलिए, अपने बेटे से कहा कि वह उसे देखे कि वह (किशोरी) सुरक्षित तो है.
सूचना मिलते ही शुरू की तलाशी अभियान
डीसीपी नॉर्थ राजा बंथिया ने बताया कि घर लौटने पर बेटे ने देखा कि किशोरी ने एक सुसाइड नोट छोड़ा है. सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) विनीता त्यागी के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम ने तलाशी अभियान शुरू किया. टीम ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की और सिग्नेचर ब्रिज तथा 'वजीराबाद ओल्ड ब्रिज' इलाकों पर ध्यान केंद्रित करते हुए स्थानीय लोगों से पूछताछ की. पुलिस ने'मेट्रो साइट गार्ड' को भी इसकी जानकारी दी, जिसके बाद वे तलाशी में शामिल हो गए.
तैराक ने छलांग लगा बचाई छात्रा की जान
किशोरी की जाडीसीपी बंथिया के मुताबिक, "तलाशी के दौरान किशोरी को यमुना नदी में कूदते हुए देखा गया. एक गार्ड और तैराक बृजेश कुमार ने नदी में छलांग लगाई और उसे बचा लिया. उसे सुरक्षित रूप से किनारे पर खींच लिया गया और पुलिस टीम ने तुरंत उसकी काउंसलिंग की. औपचारिकताओं के बाद उसे उसके परिवार के हवाले कर दिया गया."