Bangladeshi In Delhi: दिल्ली में एलजी के आदेश के बाद अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या निवासियों को चिह्नित करने के लिए दिल्ली पुलिस एक्शन मोड में नज़र आई. पिछले दो दिनों से दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं के खिलाफ स्पेशल ड्राइव चलाई जा रही है, वहीं आज भी दिल्ली के दो इलाकों साउथ ईस्ट दिल्ली के कालिंदी कुंज के मदनपुर खादर और सीमापुरी इलाके में पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाया.
इस सर्च ऑपरेशन का मकसद बांग्लादेशियों की पहचान करना है. लेकिन पुलिस के लिए ये अपने आप में चुनौती साबित हो रहा है क्योंकि पुलिस के पास पुख्ता डेटा नहीं है. झुग्गी बस्तियों में पुलिस की टीम पहुंची जिन्होंने लोगों से कई सवाल पूछे और वेरिफिकेशन करने की कोशिश की. जो लोग अपने दस्तावेज सत्यापन के लिए देने में असमर्थ दिखे या फिर जिनकी पहचान की पुष्टि नहीं हो पाई ऐसे लोगों को पुलिस की टीम ने डिटेन किया जिनसे आगे पूछताछ की जाएगी.
डिटेन किए जाने वाले धन सिंह कहते हैं "मैं पूछताछ के लिए जाने को तैयार हूं. मैं यहां दो झोपड़ियों का मालिक हूं. एक से पांच हजार दूसरे से दस हज़ार रुपए किराए के तौर पर लेता हूं. मेरे पास वोटर कार्ड, आधार कार्ड है. मेरे सभी रिश्तेदार दिल्ली के ही रहने वाले हैं. ये जमीन मेरी अपनी है."
मदनपुर खादर की इन झुग्गी झोपड़ियों में ज्यादातर कबाड़ी का काम करने वाले लोग हैं जो वर्षों से गरीबी में जी रहे हैं. इन लोगों से पहचान पत्र दिखाने को कहा गया, साथ ही कई सवालों के जवाब भी मांगे गए.
लोगों से पूछे गए ये सवाल
क्या काम करते हैं ? कब और कहां पैदा हुए ?
क्या यह किराए की झोपडी है? झोपडी नंबर क्या है?
पिता का नाम ?
कितने पढ़े लिखे हैं?
शादी कब हुई ?
शादी कहां हुई ?
कितने बच्चे हैं?
कितने रिश्तेदार भारत में रहते हैं? सभी के एड्रेस वेरिफाई करवाएं, इत्यादि प्रश्न उनसे पूछे गए.
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