दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है. इस दौरान पुलिस ने दो आरोपियों की भी पकड़ा है जिनके पास से 10 किलोग्राम हेरोइन बरामद की है. इस हेरोइन की अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत 40 करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है. दिल्ली पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि पकड़े गए आरोपी एक बड़े गैंग के सदस्य हैं और पिछले पांच साल से दिल्ली एनसीआर और यूपी के कुछ इलाकों में नशीली दवाओं का धंधा कर रहे हैं.
 
इस पूरे मामले को लेकर दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) जसमीत सिंह ने जानकारी देते हुए  बताया कि दोनों आरोपियों की पहचान हो गई है. दोनों आरोपी उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं और इनका नाम नजीर उर्फ ​​नाजिम और दिनेश सिंह हैं. पुलिस ने बताया कि यह हेरोइन को म्यांमार से मणिपुर के रास्ते भारत लाए थे. इनके पास से एक मारुति कार भी बरामद की गई है जिसमें हेरोइन को छुपाने के लिए एक गुप्त जगह भी बनाई गई थी.


दिल्ली स्पेशल टीम द्वारा पकड़े गए इन आरोपियों के खिलाफ नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) एक्ट की उपयुक्त धाराओं के तहत थाना स्पेशल सेल में मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने कहा कि स्पेशल टीम को 24 मार्च को सूचना मिली थी कि दो लोग गाड़ी में छिपाकर ड्रग्स लेकर जाने वाले हैं. यह लोग मेरठ एक्सप्रेस वे के टी पॉइंट पर आईएसबीटी सराय काले खां के पास अपने आदमी को यह सामान देंगे.


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पुलिस ने इस जानकारी के मिलते ही सतर्कता दिखाते हुए आरोपियों को पकड़ लिया. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह 6 किलो दिल्ली में और बची 4 किलो ड्रग गाजीपुर में देने वाले थे. पुलिस ने कहा कि झारखंड के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों और मणिपुर के उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में अवैध रूप से खेती की गई अफीम से हेरोइन बनाई जा रही है.