Delhi School Bomb Threats: राजधानी दिल्ली में स्कूलों को बम से उड़ाने की लगातार मिलने वाली धमकियों के बाद दिल्ली पुलिस ने शिक्षा विभाग से हाथ मिलाया है. शिक्षकों को ऐसे हालातों से निपटने के लिए ट्रेनिंग दी. साइबर हाइजीन और नशा उन्मूलन के लिए भी ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाया है.
पिछले कुछ समय से राजधानी दिल्ली के स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी भरे मेल आ रहे हैं. ऐसे हालात में स्कूलों की छुट्टियां कर तुरंत पुलिस प्रशासन चेकिंग अभियान चलाता है. छात्रों के स्कूल पहुंचने के बाद अचानक छुट्टी डिक्लेयर करने से एक पैनिक सिचुएशन भी खड़ी हो जाती है. इस तरह के हालातों से कैसे निपटा जाए. कैसे बच्चों के अभिभावकों को स्कूल बस ड्राइवर, स्कूल वैन ड्राइवर को सूचित कर बच्चों को सही सलामत उनके घर तक भेजा जा सके. कैसे स्कूल में किसी भी तरह भगदड़ की स्थिति ना बने. उसके लिए दिल्ली पुलिस ने कदम बढ़ाते हुए शिक्षा विभाग के साथ स्कूलों के टीचर्स के लिए एक ट्रेनिंग प्रोग्राम ऑर्गेनाइज किया.
शाहदरा डिस्ट्रिक्ट के 247 शिक्षकों ने ट्रेनिंग प्रोग्राम में लिया भाग
इस कार्यक्रम में दिल्ली ट्रांस यमुना क्षेत्र के लगभग 247 शिक्षकों ने भाग लिया. इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्कूलों में सुरक्षा और साइबर हाइजीन के प्रति शिक्षकों को संवेदनशील बनाना था. दिल्ली पुलिस और शिक्षा विभाग ने स्कूलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह महत्त्वपूर्ण कदम उठाया. इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में कई अहम विषयों पर शिक्षकों को ट्रेनिंग दी गई.
बम धमकी प्रतिक्रिया: शिक्षकों को स्कूलों में बम धमकी की स्थिति में उचित प्रतिक्रिया देने, बच्चों को स्कूल से बाहर निकालने और संवाद प्रोटोकॉल के बारे में जानकारी दी गई.
नशा उन्मूलन: शिक्षकों को छात्रों में नशे की रोकथाम में उनकी भूमिका, बच्चों मदद करने जैसी जरूरी बातों के बारे में भी सिखाया गया.
साइबर हाइजीन (CyGene) जागरूकता: शिक्षकों को स्कूलों में साइबर हाइजीन के महत्व, छात्रों के डेटा को सुरक्षित रखने और साइबर बुलिंग रोकने के उपायों के बारे में बताया गया.
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